Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Dec, 2018 01:55 PM
प्रदेश में मतदान के बाद से ही ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। राजधानी भोपाल के अलावा सागर, सतना और खरगोन में एसे मामले सामने आ चुके हैं। जहां ईवीएम में गड़ब...
भोपाल: प्रदेश में मतदान के बाद से ही ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। राजधानी भोपाल के अलावा सागर, सतना और खरगोन में एसे मामले सामने आ चुके हैं। जहां ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका के चलते कांग्रेस ने हंगामा किया है और लगातार चुनाव आयोग से इसकी सुरक्षा को लेकर अनुरोध किया है। वहीं चुनाव आयोग ने ईवीएम की सुरक्षा में चूक के मामले पर सफाई देते हुए किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से इंकार किया है। लेकिन सागर में हुई घटना को लेकर कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।
बीते दिन सागर के स्ट्रांग रूम में 48 घंटे के बाद ईवीएम जमा कराए जाने को लेकर कांग्रेस ने काफी हंगामा किया था। बताया जा रहा है कि ये मशीने खुरई विधानसभा से 48 घंटे की देरी से सागर के स्ट्रांग रूम में पहुंची थीं। इसको लेकर कांग्रेस के हंगामें के बाद मशीनों की जांच कराई गई जिसमें कुछ भी नहीं निकला। बाद में यह मशीनें कलेक्टरेट के एक रूम में रखवा दी गई हैं। चुनाव आयोग ने इस संबंध में जांच के आदेश दिए हैं।
सागर और भोपाल के बाद सतना में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद झा ने अपने ट्विटर हेंडल से एक वीडियो जारी किया है जिसमें कुछ अज्ञात लोग स्ट्रांग रूम के अंदर लकड़ी के बाक्स ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वहीं सीएओएमपी इलेक्सन के ट्विटर हेंडल से सफाई दी गई है कि, प्रत्येक ईवीएम के लिए एक यूनिक कोड होता है। मतदान में इस्तेमाल ईवीएम की संख्या सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ साझा की गई है। उनकी संख्या अलग हैं।