Edited By suman, Updated: 04 Oct, 2018 06:27 PM
विधानसभा चुनाव से पहले इस बार आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है,वहीं निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे जा सकेंगे। चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद कोई भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं...
भोपाल :विधानसभा चुनाव से पहले इस बार आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है,वहीं निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे जा सकेंगे। चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद कोई भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगेगा। यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी वीडियोग्राफी कराई जाएगी और फिर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा, विधानसभा चुनाव निष्पक्ष व पारदर्शिता से कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद यदि कोई भी राजनीतिक दल जाति अथवा धर्म के नाम पर वोट की मांग करता है और आमसभा में इस तरह की चर्चा करता है तो इसकी वीडियोग्राफी कराई जाए। साथ ही संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने आयोग द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का कहा।