Edited By suman, Updated: 26 Aug, 2018 04:31 PM
स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, लेकिन शिवपुरी जिले के स्कूलों में शिक्षक मौज कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया जब बदरवास के शासकीय प्राथमिक विद्यालय कुसुअन में निरीक्षण करने डीपीसी शिरोमणि दुबे पहुंचे और उन्हें शिक्षक नशे में धुत्त...
ग्वालियर : स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, लेकिन शिवपुरी जिले के स्कूलों में शिक्षक मौज कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया जब बदरवास के शासकीय प्राथमिक विद्यालय कुसुअन में निरीक्षण करने डीपीसी शिरोमणि दुबे पहुंचे और उन्हें शिक्षक नशे में धुत्त मिला। जब उन्होंने शिक्षक से पूछा कि तुम शराब क्यों पीते हो, तो वो बोला कि समय काटने को। यानि एक तरफ सरकार बच्चों को पढ़ाने के लिए वेतन दे रही है, वहीं शिक्षक स्कूल में समय काटने के लिए शराब पी रहे हैं। डीपीसी ने बताया कि शिक्षक को निलंबित कर उसकी सेवा समाप्ति का प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
शनिवार की दोपहर पौने बारह बजे डीपीसी शिरोमणि दुबे बदरवास के प्रावि कुसुअन पहुंचे, तो वहां स्कूल में बच्चों की जगह शराबी बैठे नजर आए। डीपीसी का वाहन पहुंचते ही गांव के ये आवारा तत्व तो वहां से भाग गए, लेकिन स्कूल में पदस्थ सहायक अध्यापक जयप्रकाश यादव, नशे में धुत्त होकर लडखड़़ाते कदमों से बाहर निकले। यह लोग स्कूल के किचिन में बैठकर शराब पी रहे थे। शिक्षक ने इतनी ज्यादा शराब पी रखा था, कि उसने डीपीसी को तो पहचान लिया, लेकिन अपने शब्दों पर नियंत्रण नहीं कर पाने से वो कदमों की तरह लडखड़़ाते अंदाज में ही बातचीत करता रहा।