Edited By Prashar, Updated: 21 Jul, 2018 01:25 PM
मंगलनाथ मंदिर की जमीन की सीमांकन रिपोर्ट में अतिक्रमण का खुलासा होने पर गुरुवार को प्रशासन ने दुकान, गुमटियां, रेस्टोरेंट समेत अन्य अतिक्रमण हटाए। अतिक्रमण हटाने की मोहलत खत्म होने के बाद नगर निगम की जेसीबी इन पर चली।
उज्जैन : मंगलनाथ मंदिर की जमीन की सीमांकन रिपोर्ट में अतिक्रमण का खुलासा होने पर गुरुवार को प्रशासन ने दुकान, गुमटियां, रेस्टोरेंट समेत अन्य अतिक्रमण हटाए। अतिक्रमण हटाने की मोहलत खत्म होने के बाद नगर निगम की जेसीबी इन पर चली। कार्रवाई के दौरान पूर्व प्रबंधक से मिलकर दुकानों को किराए से देने का खुलासा होने पर कलेक्टर ने मंदिर के पुजारी अमर भारती को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है और आर्थिक अनियमितता की जांच बैठाई है। पूर्व विधायक राजेंद्र भारती के परिवार की जमीन का भी अलग से सीमांकन किया गया, जिसमें गोशाला का कुछ हिस्सा आया है।
पूर्व विधायक भारती ने कहा प्रशासन अस्थाई अतिक्रमण हटाने पर ताकत लगा रहा, जबकि स्थाई निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही। प्रशासन का ऑपरेशन अतिक्रमण शुरू हो गया है। इसके तहत प्रसिद्ध मंदिरों के आसपास की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। गुरुवार को प्रशासन ने पूरी सख्ती के साथ मंगलनाथ मंदिर के सामने रोड किनारे की जमीन के अतिक्रमण हटवाए।
पक्के निर्माण जेसीबी से तोड़े गए। दिनभर यह कार्रवाई चली। अपर कलेक्टर दीपक आर्य, एसडीएम अनिल बनवारिया, तहसीलदार सुदीप मीणा, घट्टिया के तहसीलदार राजाराम करजरे, अपर तहसीलदार दीपाली जाधव, नायब तहसीलदार सुरेश नागर सहित आरआई व पटवारी अतिक्रमण हटाने में जुटे रहे। मंदिर के पुराने प्रवेश द्वार व नए प्रवेश द्वार के सामने बनी गुमटियों को हटाया गया। राजस्व दल में राजस्व निरीक्षक आरके सिंह, रोशनी यादव, पटवारी सुभाष शर्मा, दीपाली विश्वकर्मा, अनिल बोरासी, धीरज निगम, श्याम निर्मल, सुनील गंगवार, मुकेश सोनी, बाबूलाल कटारिया व सर्वेयर पवन राठौर मौजूद थे। कई लोगों ने नगर निगम की गैंग के आने से पहले ही अपने अतिक्रमण हटा लिए थे।