Edited By suman, Updated: 14 Oct, 2018 04:07 PM
नगर निगम के करोड़पति निकले सहायक यंत्री अभयसिंह राठौर के बारे में एक और नई जानकारी सामने आई है। उसके जीजा के बारे में पता चला कि है वह उत्तरप्रदेश में रहता था, लेकिन राठौर ने उसे इंदौर बुलवाया और अपनी करोड़ों की काली कमाई उसके नाम कर दी।ईओडब्ल्यू...
इंदौर: नगर निगम के करोड़पति निकले सहायक यंत्री अभयसिंह राठौर के बारे में एक और नई जानकारी सामने आई है। उसके जीजा के बारे में पता चला कि है वह उत्तरप्रदेश में रहता था, लेकिन राठौर ने उसे इंदौर बुलवाया और अपनी करोड़ों की काली कमाई उसके नाम कर दी।ईओडब्ल्यू अधिकारियों के अनुसार पता चला है कि अभय का जीजा राकेश पहले यूपी में खेती करता था। अभय ने भ्रष्टाचार कर पैसा कमाना शुरू किया तो उसने राकेश को इंदौर बुलवा लिया। फिर उसके नाम से संपत्ति करने के साथ टैंकर का व्यवसाय शुरू किया। अभी छापे में उसके छह और बेटे भूपेंद्र के नाम पर दो टैंकर मिले हैं।
राठौर अपनी संपत्ति बहनों के नाम पर कर खुद को सुरक्षित समझता रहा। उसे लगा वह कभी पकड़ में नहीं आएगा, लेकिन उसकी एक बहन के बारे में अधिकारियों को जानकारी मिली कि वह हस्ताक्षर भी सही तरीके से नहीं कर पाती है और उसके नाम पर इस तरह से संपत्ति खरीदी गई है। इसके बाद राठौर पर शिकंजा कसता गया।
ईओडब्ल्यू को यह भी पता चला कि इन टैंकरों से सिंहस्थ के समय भी ठेके लिए गए थे। तब भी बिना पानी सप्लाय किए करोड़ों के फर्जी बिल पास करवा लिए गए थे। उस समय भी मामले को दबा लिया गया था। इन लोगों के पास दो दर्जन से अधिक टैंकर हैं।डीएसपी आनंद यादव ने बताया कि हमने दोनों भाइयों की जानकारी के लिए उनके विभाग नगर निगम और आईडीए में पत्र लिखा है। उनसे सर्विस रिकॉर्ड के साथ उनकी ड्रिगी की जानकारी मांगी है। सूचना मिली है कि फर्जी डिग्री के आधार पर उन्होंने यह नौकरी पाई है। हमने विभागों से इन दोनों के खिलाफ पूर्व में हुई भ्रष्टाचार की शिकायतों और इन पर क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी मांगी है।