Edited By Vikas kumar, Updated: 16 Jan, 2019 05:31 PM
आजादी के बाद पहली बार भोपाल संभाग की कमान महिला आईएएस अधिकारी कल्पना श्रीवास्तव को सौंपी गई है। 1992 बैच की आईएएस अधिकारी कल्पना श्रीवास्तव अपनी तेजतर्रार कार्यशै...
भोपाल: आजादी के बाद पहली बार भोपाल संभाग की कमान महिला आईएएस अधिकारी कल्पना श्रीवास्तव को सौंपी गई है। 1992 बैच की आईएएस अधिकारी कल्पना श्रीवास्तव अपनी तेजतर्रार कार्यशैली के लिए जानी जाती हैं। मध्यप्रदेश सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिद्धी दिलाने वाली लाडली लक्ष्मी योजना आईएएस कल्पना श्रीवास्तव की ही उपज है।
कल्पना श्रीवास्तव ने महिला एवं बाल विकास विभाग में आयुक्त रहते समय लाडली लक्ष्मी योजना को जन्म दिया था। इसके बाद पूरे राज्य में व्यापक तौर पर इस योजना का विस्तार भी किया। तकनीकी शिक्षा विभाग का प्रभार रहते समय उन्होंने कौशल उन्नयन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, उन्हीं के कार्यकाल में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को नैक की ए ग्रेडिन्ग मिली थी। कल्पना को 2013-14 में लाडो अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' से सम्मानित किया था।
इसके अतिरिक्त उन्हें 'मीडिया लाडली अवॉर्ड' सहित कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। आईएएस कल्पना को इस बात का भी श्रेय जाता है कि जब प्रदेश सरकार की आय के स्रोत कम हो रहे थे, तब उस वक्त आईजी मुद्रांक एवं पंजीयन रहते हुए उन्होंने विभाग के माध्यम से राज्य सरकार की आय में लगातार बढ़ोत्तरी की। इतना ही नहीं कल्पना ने जमीनों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह व्यवस्था भी की जिससे रजिस्ट्री के साथ-साथ व्यक्ति की जमीन का नामांतरण भी तत्काल हो जाए। कल्पना के काम करने के इस अंदाज से ही प्रभावित होकर कमलनाथ सरकार ने उन्हें भोपाल संभाग की जिम्मेदारी दी है।