Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 08 Nov, 2018 04:48 PM
जब कोई अपना गम देता है तो न चाहते हुए भी वह दुख आंसू बनकर आंखों से छलक ही जाता है। अपनी ही पार्टी द्वारा दरनिकार किए जाने पर कई वरिष्ठ नेता दुखी है। फिर चाहे भोपाल से अजेय प्रत्याशी रहे बाबूलाल गौर हो या सिवनी मालवा से सरताज सिंह...
होशगांबाद: जब कोई अपना गम देता है तो न चाहते हुए भी वह दुख आंसू बनकर आंखों से छलक ही जाता है। अपनी ही पार्टी द्वारा दरनिकार किए जाने पर कई वरिष्ठ नेता दुखी है। फिर चाहे भोपाल से अजेय प्रत्याशी रहे बाबूलाल गौर हो या सिवनी मालवा से सरताज सिंह, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को स्थापित करने के लिए वर्षो श्रम किया। लेकिन अब जब भाजपा स्थापित हो गई है तो उनकी उपेक्षा की जा रही है। जिससे आहत होकर वे अब खुलकर सामने आ रहे है।
सिवनी मालवा के वर्तमान विधायक सरताज सिंह गुरूवार को सिवनी मालवा अपने कार्यकर्ताओ के बीच दीपावली मिलन समारोह में पहुंचे। जहाँ उनका दर्द छलक उठा कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए सरताज ने कहा की मै तब से पार्टी का कार्यकर्त्ता हूँ जब से पार्टी को कार्यकर्त्ता नहीं मिलते थे। अब पार्टी बोल रही है की हमें युवाओ को मौका देना है तो मै ये कहना चाहता हूँ कि बाकि की विधानसभा से युवाओ को मौका क्यों नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ सिवनी मालवा विधानसभा से ही क्यों सरताज सिंह ने ये भी कहा की घुट-घुट के मरना मुझे स्वीकार नहीं, मरूँगा तो मैदान ए जंग में मरूँगा। इसके बाद सरताज सिंह फूट-फूट कर रोने लगे।