Edited By kamal, Updated: 15 Jun, 2018 06:22 PM
मध्यप्रदेश में फसल बीमा योजना के सूचकों (इंडिकेटर्स) के संबंध में प्रत्येक विकासखंड में चार स्वचलित मौसम केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल राजधानी में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रमुख सचिव कृषि राजेश राजौरा ने यह...
भोपाल : मध्यप्रदेश में फसल बीमा योजना के सूचकों (इंडिकेटर्स) के संबंध में प्रत्येक विकासखंड में चार स्वचलित मौसम केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल राजधानी में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रमुख सचिव कृषि राजेश राजौरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में रबी सत्र में प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बढ़ी है। उन्होंने फसल बीमा योजना के संबंध में बताया कि इस योजना में जो संशोधन हुए हैं, उनकी जानकारी किसानों को अवश्य दें।
राजौरा ने बताया कि फसल बीमा योजना के सूचकों (इंडिकेटर्स) के संबंध में अब प्रत्येक विकासखंड में चार स्वचलित मौसम केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। इन केन्द्रों के स्थापित होने पर मौसम का फसलों पर पडऩे वाले प्रभाव की सही स्थिति तत्काल मालूम पड़ सकेगी। इससे प्रशासनिक अधिकारियों और कृषि विभाग के अमले को फसलों की वास्तविक स्थिति तत्काल पता चल जायेगी। पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी एक जुलाई से दुधारू जानवरों में फैलने वाली खुर-पका, मुंह-पका बीमारियों की रोकथाम के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जायेगा।