Edited By Jagdev Singh, Updated: 12 Nov, 2019 04:06 PM
मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग के मानिकपुर-सतना रेलखंड के रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की सुबह मारकुंडी रेलवे फाटक पर बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। गेटमैन की लापरवाही से क्रासिंग खुली रह गई और डीएमयू पैंसेजर पार कर गई। वहीं गनीमत यह रही की गुजर रही ट्रेन को...
सतना: मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग के मानिकपुर-सतना रेलखंड के रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की सुबह मारकुंडी रेलवे फाटक पर बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। गेटमैन की लापरवाही से क्रासिंग खुली रह गई और डीएमयू पैंसेजर पार कर गई। वहीं गनीमत यह रही की गुजर रही ट्रेन को आगे स्टेशन में रूकना था। इसलिए ट्रेन धीमी गति से निकल रही थी। फाटक क्रास कर रहे राहगीरों ने ट्रेन को देखकर सभी लोगों को सतर्क कर दिया जिसके चलते बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन के हार्न देने पर जब राहगीरों की नजर उस पर पड़ी तो क्रासिंग पर वाहन देख अफरातफरी मच गई।
क्रासिंग के पास मौजूद राहगीरों ने शोर मचा दिया और जिससे क्रासिंग पार कर रहे लोग सहम कर जाम हो गए। कुछ ही पल में ट्रेन ट्रैक धड़धड़ाकर क्रासिंग पार कर गई। ट्रेन निकलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। यह गंभीर प्रकरण है। इस मामले की गहन जांच की आवश्यकता है। गेटमैन धीरेंद्र कुमार ने बताया कि 402 क्रासिंग इंटरलॉकिंग है। हमें सूचना प्राप्त होने पर ही हमें फाटक बंद करने का निर्देश है। हमे जानकारी नहीं दी गई थी। मैने ट्रेन को देखकर गेट बंद किया है। ट्रेन के आने की जानकारी उसे नहीं दी गई। इसी कारण फाटक खुला रह गया। सिग्नल भी ग्रीन होने धड़ाधड़ ट्रेन निकल गई।
खुले रेलवे गेट की फोटो खींचने पर शेफ्टी विभाग के अधिकारी ने पत्रकार से बदतमीजी करते हुए फोटो खींचने का विरोध करते हुए मोबाइल को पकड़कर नीचे पटक दिया। शेफ्टी विभाग के अधिकारी ने पत्रकार के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट भी की है। शेफ्टी विभाग के अधिकारी का कहना था रेलवे गेट की फोटो खींचोगे तो मारा जाएगा।