Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 14 Dec, 2018 05:09 PM
प्रदेश में कांगेस की जीत के बाद पार्टी में खुशी की लहर है। जहां एक तरफ सरकार के गठन की तैयारिया चल रही है। वहीं ठीक इससे पहले कांग्रेस के सबसे बड़े वादे- किसानों की कर्जमाफी के लिए अभी से कसरत शुरू हो गई है। इस मसले पर शुक्रवार को सहकारिता...
इंदौर: कमलनाथ ने किसानों के लिए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने किसानों के कर्ज माफी के वादे को पहली प्राथमिकता बताई और अपनी बात दोहराते हुए उन्होंने ऐलान किया कि 10 दिन के अंदर किसानों का कर्जा माफ होगा। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने काम शुरू कर दिया है।
राहुल गांधी के वादे अनुसार 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ करने की बात को लेकर शासन ने सहकारिता विभाग से सभी जिलों में किसानों और उन पर बकाया लोन की जानकारी मांगी है। राज्य सहकारिता आयुक्त का आदेश मिलने के बाद गुरुवार शाम से इंदौर में विभाग के साथ सभी कृषि सहकारी बैंकों के लगभग 500 कर्मचारी किसानों के लोन की जानकारी जुटाने में जुट गए। इंदौर जिले में किसानों पर लोन का आंकड़ा 50 करोड़ रुपए से ऊपर जाने की संभावना है।
बता दें कि जिले में लगभग डेढ़ लाख किसान हैं और उन पर तकरीबन 50 करोड़ रुपए से अधिक का लोन बकाया बताया गया है। इस बारे में उपायुक्त सहकारिता मनोजकुमार गुप्ता का कहना है कि लोन की पूरी जानकारी आना अभी बाकी है।
जिस जानकारी की विभाग द्वारा मांग की है उसके अनुसार किसान व उसके पिता और गांव का नाम, बैंक अकाउंट नंबर, जाति, किस प्रकार का लोन दिया गया। लोन कब दिया गया, कितना दिया गया, उस पर वर्तमान में कितना मूल धन व ब्याज बकाया है आदि जानकारी देना है। इसकी जानकारी 31 मार्च 2018 तक, 30 जून तक और 30 सितंबर 2018 तक तीन स्तरों में मांगी है।