Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 05 Feb, 2019 01:17 PM
आदिवासी बाहुल्य जिले में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिसमें जिले के सोनतीरथ गांव का सरकारी स्कूल पुल के ऊपर लगाया जा रहा है। स्कूल भवन नहीं होने के कारण छोटे छात्रों को खुले आसमान के नीचे सड़क के बीचों...
डिंडौरी: आदिवासी बाहुल्य जिले में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिसमें जिले के सोनतीरथ गांव का सरकारी स्कूल पुल के ऊपर लगाया जा रहा है। स्कूल भवन नहीं होने के कारण छोटे छात्रों को खुले आसमान के नीचे सड़क के बीचों बीच पुलिया के ऊपर बैठकर पढ़ना पड़ रहा है। वहीं जिले के जवाबदार अधिकारी सबकुछ जानते हुए कुछ करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं।
दरअसल, करंजिया विकासखंड के सोनतीरथ गांव का जर्जर स्कूल भवन बारिश के दिनों में जमींदोज हो गया था। गांव में कोई दूसरा सरकारी भवन न होने के कारण शिक्षकों ने पुलिया के ऊपर ही स्कूल लगाने का फैसला लिया और करीब चार महीने गुजरने के बाद भी अधिकारीयों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। हैरत की बात तो यह है कि प्रदेश सरकार में आदिवासी विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम खुद करंजिया विकासखंड के बरनई गांव के निवासी हैं और उनके ही गृह इलाके में सरकारी स्कूल पुलिया के ऊपर संचालित है।