Edited By meena, Updated: 06 Jul, 2019 01:07 PM
मध्यप्रदेश में कामचोर, लापरवाह या भ्रष्टाचार अधिकारी कर्मचारी प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भ्रष्ट और अक्षम अफसरों को बाहर करना तय कर लिया है। शुक्रवार को सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में मुख्य सचिव एसआर मोहंती को सख्ती से निर्देश...
भोपाल: मध्यप्रदेश में कामचोर, लापरवाह या भ्रष्टाचार अधिकारी कर्मचारी प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भ्रष्ट और अक्षम अफसरों को बाहर करना तय कर लिया है। शुक्रवार को सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में मुख्य सचिव एसआर मोहंती को सख्ती से निर्देश देते हुए कहा है कि अक्षम या अक्षमता से कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की समीक्षा कर उन्हें नौकरी से बाहर करे।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि शासकीय अधिकारियों की 20 वर्ष की सेवा अथवा 50 वर्ष की उम्र पूरा करने के प्रावधान के अंतर्गत समीक्षा करें, प्रत्येक विभाग ऐसे अधिकारियों की समीक्षा का कार्य एक महीने में पूरा करें। मुख्यमंत्री ने समीक्षा में अयोग्य पाये जाने वाले अधिकारियों की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लेने को कहा है। साथ ही सम्पूर्ण प्रक्रिया की सघन मॉनिटरिंग और 30 दिवस के अंदर परिणामों से मुख्यमंत्री को अवगत कराने को भी कहा है। बताया गया है कि इसमें आईएएस-आईपीएस से लेकर निचले स्तर तक के अफसर शामिल हैं। अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने वाले अफसरों का चयन व निर्णय लेने के लिए एक महीने की मोहलत दी गई है।