Edited By Vikas kumar, Updated: 21 Sep, 2019 06:46 PM
मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में कमलनाथ सरकार के 28 विधायकों को टारगेट करने का नया खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक गैंग से जुड़ी महिलाओं ने कमलनाथ सरकार के करीब 28 विधायकों को टारगेट किया था। जिनमें विधायक और मंत्री शामिल थे..
भोपाल: मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में कमलनाथ सरकार के 28 विधायकों को टारगेट करने का नया खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक गैंग से जुड़ी महिलाओं ने कमलनाथ सरकार के करीब 28 विधायकों को टारगेट किया था। जिनमें विधायक और मंत्री शामिल थे।
28 विधायक थे टारगेट पर
एक सीनियर आईएएस अधिकारी और मौजूदा सरकार के मंत्री की सीडी चर्चा में आने के बाद ATS को पुख्ता इनपुट मिले थे कि हनी ट्रैप गिरोह के सदस्य कमलनाथ सरकार के विधायकों को टारगेट कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एटीएस ने राज्य सरकार के निर्देश पर मामले की जांच शुरू की, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच में सामने आया कि हनी ट्रैप गैंग की 5 महिलाओं ने संगठित होकर कमलनाथ सरकार के 28 विधायकों को टारगेट किया था, जिनमें कई मंत्री भी शामिल थे।
ऐसे में सीनियर आईएएस और एक मंत्री की सीडी की चर्चा होने से कई बड़े नेताओ और अफसरों को अपन-अपने राज खुलने का डर सताने लगा है। इसी डर के कारण नौकरशाहों और राजनेताओं ने मिलकर इंदौर मे नगर निगम के एक इंजीनियर से एफआईआर दर्ज करवाई। जिसके बाद गैंग की पांच महिला समेत एक पुरुष के ठिकानों पर नजर रख रही एटीएस की टीम ने हनीट्रैप का पर्दाफाश किया है।
एटीएस ने अपने स्तर पर कार्रवाई करने के बाद इस मामले को इंदौर पुलिस को सौंप दिया। जांच एजेंसी के पास तमाम राजनेताओं और नौकरशाहों के वीडियो मौजूद हैं जिनकी वजह से उन्हें गैंग के सदस्य ब्लैकमेल कर रहे थे। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कई अफसरों और राजनेताओं के कई राज छुपे हैं। अब जांच एजेंसियों को ही तय करना है कि उन वीडियों में छुपे नामों को बाहर लाना है या नहीं। या एक बार फिर शिकायतकर्ताओं के अभाव के कारण जांच बस इंदौर के अधिकारी तक ही सीमित रह जाएगी।