Edited By Vikas kumar, Updated: 22 Sep, 2018 07:00 PM
व्यापम घोटाले पर दिग्विजय सिंह द्वारा उमा भारती के खिलाफ दायर परिवाद पर उमा भारती ने पलटवार किया है, औऱ लगातार सात ट्विट करते हुए खुद को निर्दोष बताया है। उमा ने कहा कि उनका...
भोपाल : व्यापम घोटाले पर दिग्विजय सिंह द्वारा उमा भारती के खिलाफ दायर परिवाद पर उमा भारती ने पलटवार किया है, औऱ लगातार सात ट्वीट करते हुए खुद को निर्दोष बताया है। उमा ने कहा कि उनका नाम केस में फर्जी तरीके से जोड़ा गया है।
उन्होंने लिखा, ' मुझे जानकारी हुई है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले की नए तरीके से जांच करवाने का प्रयास कर रहे हैं। मैं खुद यह जानने के लिए बेचैन हूं कि मार्च 2014 से मेरा नाम इस घोटाले के साथ कैसे जुड़ गया। जो भी इस असलियत को खोलेगा, वह मुझे एक बहुत बड़ी राहत देगा '
बोफोर्स घोटाले का जिक्र करते हुए उमा ने ट्वीट किया कि ' ऐसा अतीत में भी हो चुका है। मैं आपको सेंट किट्टस का मामला याद दिलाती हूं जब बोफोर्स की बदनामी का बदला लेने के लिए प्रधानमंत्री वीपी सिंह के पुत्र अजेय सिंह को फर्जी और शरारती तरीके से सेंट किट्टस के फर्जी घोटाले से जोड़ दिया गया था। फिर जब असलियत सामने आई तो कांग्रेस के नेताओं को शर्मिंदगी के सिवाय कुछ नहीं मिला और अजेय सिंह को बड़ी राहत मिली '।
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने भोपाल की विशेष अदालत में 27 डिजिटल पन्नों का परिवाद दाखिल किया है। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा उमा भारती का भी नाम शामिल है।