Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 30 Jan, 2019 05:18 PM
संभागीय मुख्यालय स्थित मुख्य पोस्ट ऑफिस के गेट पर एक बर्खास्त कर्मचारी द्वारा ताला डालकर परिवार सहित ग्रहस्थी के सामान सहित धरने पर बैठ जाने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन ने पोस्ट ऑफिस...
होशंगाबाद: संभागीय मुख्यालय स्थित मुख्य पोस्ट ऑफिस के गेट पर एक बर्खास्त कर्मचारी द्वारा ताला डालकर परिवार सहित ग्रहस्थी के सामान सहित धरने पर बैठ जाने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन ने पोस्ट ऑफिस पहुंचकर गेट का ताला खुलवाया। सोमवार शाम को उसे न्यायालय में पेश किया गया।
पूर्व पोस्टआफिस कर्मचारी हरगोंविद परते द्वारा परिवार सहित गेट के सामने धरने पर बैठे रहने के कारण करीब एक घण्टे तक डाकघर का कार्य बाधित हुआ। मामले में खुलासा हुआ कि डाकविभाग में डाक सहायक के पद पर पदस्थ डाककर्मी 25 फरवरी 2009 से बिना कोई पूर्व सूचना के पांच सालों तक पोस्टआफिस ही नहीं आया। नियमों के तहत हरगोविंद को बहुत से लेटर भी दिए गए। लेकिन वो अपनी डियूटी पर वापस नही लौटा। जिसके लगातार गैरहाजिर रहने के कारण इसे नौकरी से हटा दिया गया था। जबकि हरगोविंद का आरोप था कि उसके साथ अन्याय हुआ है।
पोस्टआफिस अधिकारी डीसी भावसार ने बताया कि हरगोविंद डाक सहायक के पर कार्यरत था। चूंकि उपसंभागीय निरीक्षक की पोस्ट खाली होने पर हरदा में इंस्पेक्टर बनाया गया था। लेकिन पोस्ट भर जाने के बाद पुन हरगोविंद को डाक सहायक के पद पर नियुक्त कर दिया गया। जिसके बाद इन्होनें आफिस आना बंद कर दिया।