Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 02 Mar, 2019 09:50 AM
मध्यप्रदेश में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को इस बीमारी से राजधानी में दो और मरीजों की मौत हो गई। सात दिन के भीतर 6 मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू के कारण हुई है। सीजन में इस संक्रमण से मरने...
भोपाल: मध्यप्रदेश में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को इस बीमारी से राजधानी में दो और मरीजों की मौत हो गई। सात दिन के भीतर 6 मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू के कारण हुई है। सीजन में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। जबकि पॉजिटिव मरीजों की संख्या 85 हो गई है। जानकारों का कहना है कि अभी तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। ऐसे में होली तक स्वाइन फ्लू का संक्रमण फैलने के आसार बने रहेंगे।|
सीएमएचओ एनयू खान ने बताया कि शुक्रवार को 24 संदिग्ध मरीजों के सुआब के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें भोपाल के 6 मरीजों में स्वाइन फ्लू पाॅजिटिव आया है। जबकि, एक-एक पॉजिटिव मरीज सागर और विदिशा का मिला है। अभी 26 सैंपल की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।
एमडी मेडिसिन डॉ. आदर्श बाजपेयी ने बताया कि तापमान में अचानक होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण लोगों को सर्दी-खांसी जैसी दिक्कतें ज्यादा हो रही है। इस मौसम में स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से फैलता है। यही नहीं, तापमान तेजी से बदलता है तो मनुष्य की रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। यदि किसी मरीज को स्वाइन फ्लू हुआ और उसे घर पर आइसोलेट कर दिया जाए तो बीमारी आगे नहीं बढ़ेगी। लेकिन, अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती और वे स्कूल, ऑफिस और बाजार जाते हैं और खुद स्वाइन फ्लू फैलाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि सर्दी जुकाम होने पर तुरंत जांच करवाए। छोटी-छोटी सावधानियां बरतने से इस खतरनाक वायरस से बचा जा सकता है।