Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 18 May, 2019 12:24 PM
प्रदेश में भ्रष्टाचार की सीढ़ी चढ़कर सरकार को लाखों का चूना लगाने वाले 10 ग्राम पंचायतों के सचिवों को निलंबित कर दिया है। इन पर आरोप है कि इन सभी ने गोहद जनपद के अंंर्तगत विभिन्न पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्यों में गड़बड़ियां की है। निलंबित...
भिंड: प्रदेश में भ्रष्टाचार की सीढ़ी चढ़कर सरकार को लाखों का चूना लगाने वाले 10 ग्राम पंचायतों के सचिवों को निलंबित कर दिया है। इन पर आरोप है कि इन सभी ने गोहद जनपद के अंंर्तगत विभिन्न पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्यों में गड़बड़ियां की है। निलंबित किए गए सभी सचिवों का निलंबन काल में मुख्यालय जिला पंचायत भिंड रखा गया है। जिन्हें जल्द ही जेल भेजा जा सकता है।
दरअसल, सचिवों की पंचायत में मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं के तहत हुए निर्माण कार्यों में काफी गड़बड़ियां पाई गई जिसकी शिकायत के आधार पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी भारती ने ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा के कार्यपालन यंत्री आलोक शर्मा, मनरेगा परियोजना अधिकारी प्रमोद सिंह तोमर, लेखाधिकारी दामोदरदास गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों द्वारा जांच की गई थी। जिसकी जांच में शिकायत सही पाए जाने पर गुरुवार को उक्त सभी सचिवों को निलंबित कर दिया गया है। सचिवों के साथ इन कार्यों में सरपंचों की मिली भुगत होने की संभावना है जिनपर आने वाले समय में कार्रवाई हो सकती है।
1. एंचाया के तत्कालीन एवं वर्तमान में कल्याणपुरा सचिव कोमल सिंह करन
2 .खड़ेर सचिव अनुराग कुशवाह
3. पिपरसाना सचिव राघवेंद्र घुरैया
4. सुहांस के तत्कालीन एवं पड़रई वर्तमान सचिव सजेंद्र सिंह तोमर
5. उझावल सचिव दिनेश सिंह पवैया
6. ग्राम पंचायत गुरीखा के सचिव पुष्पराज सिंह
7.ग्राम पंचायत बिरखड़ी के तत्कालीन एवं वर्तमान में सहरोली के सचिव नरेंद्र सिंह गुर्जर
8. आलौरी के सचिव राजवीर सिंह गुर्जर
9.चितौरा सचिव माहकम सिंह
10. फतेहपुर की सचिव ज्योति शर्मा