Edited By Prashar, Updated: 29 Jul, 2018 12:40 PM
विधानसभा चुनावों के लिए एक तरफ सीएम शिवराज जनता का आशीर्वाद लेने के लिए निकले हैं तो दूसरी तरफ उनकी ये यात्रा एक परिवार के लिए आफत बन गई। यात्रा के लिए शहर की सड़कों पर की जा रही व्यवस्थाओं और अधूरे पड़े सड़क-सीवरेज निर्माण के चलते मरीज को लेकर जा...
भिण्ड : विधानसभा चुनावों के लिए एक तरफ सीएम शिवराज जनता का आशीर्वाद लेने के लिए निकले हैं तो दूसरी तरफ उनकी ये यात्रा एक परिवार के लिए आफत बन गई। यात्रा के लिए शहर की सड़कों पर की जा रही व्यवस्थाओं और अधूरे पड़े सड़क-सीवरेज निर्माण के चलते मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस करीब एक घंटे तक शहर की सड़कों पर चक्कर लगाती रही। जिससे एक 18 वर्षीय मरीज की जेएएच पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।
गजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि उनका बेटा विश्वनाथ प्रताप गुरुवार रात नौ बजे अचानक बीमार हो गया। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले गए जहां से उसे ग्वालियर रैफर किया गया। रात करीब साढ़े नौ बजे वे एंबुलेंस से अपने बेटे को जेएएच में भर्ती कराने निकले थे लेकिन सीएम की यात्रा के लिए चल रही तैयारियों के चलते बस स्टैण्ड की तरफ जाम के हालत होने पर एंबुलेंस नहीं निकल पाई।
चालक को जब रोड पर भीड़ नजर आई तो उसने रास्ता बदलते हुए वाहन को परेड चौराहा, हनुमान बजरिया, हाट बाजार होते हुए लहारचुंगी से निकलना चाहा तो चौधरी राकेश सिंह तिराहे पर सड़क निर्माणाधीन होने के कारण एंबुलेंस नहीं निकल पाई। जब चालक ने वाहन को भूरा वाली मठी होते हुए निकालना चाहा तो वहां सीवरलाइन के लिए खुदी सड़क पर पानी भरा होने के कारण रास्ता अवरुद्ध मिला। अंतत: एक घंटे बाद पुरानी बस्ती होते हुए एंबुलेंस को आवासीय इलाके से निकालकर बायपास पर पहुंचाया लेकिन तब तक एक घंटा बीत गया था।
गजेंद्र सिंह की मानें तो उनके बेटे को अगर समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। जिला अस्पताल से एंबुलेंस साढ़े नौ बजे रवाना हो गई थी। लेकिन शहर से बाहर 10:55 पर हो पाई। ऐसे में यदि समय बर्बाद नहीं होता तो 55 मिनट पहले एंबुलेंस ग्वालियर पहुंच जाती जहां उसके बेटे को समय पर इलाज मिलना शुरू हो जाता।