Edited By Jagdev Singh, Updated: 04 Mar, 2020 12:24 PM
मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठा पटक लगातार जारी है। इसी दौरान कांग्रेस समर्थित 9 विधायकों के गायब होने से सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर हैं। बीजेपी इसे कांग्रेस के बीच अंतरविरोध के कारण विधायकों की नाराजगी बता रही है...
भोपाल: मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठा पटक लगातार जारी है। इसी दौरान कांग्रेस समर्थित 9 विधायकों के गायब होने से सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर हैं। बीजेपी इसे कांग्रेस के बीच अंतरविरोध के कारण विधायकों की नाराजगी बता रही है तो कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी उसके विधायकों को खरीद-फरोख्त करने की कोशिश में है। सरकार पर कोई संकट नहीं है। मंगलवार देर रात कांग्रेस ने दावा किया था कि बीजेपी ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह 2 दिन से बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हैं।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान इस पूरे मामले के मास्टर माइंड हैं। अब कई वीडियो और ऑडियो वायरल हो चुके हैं, जो सारे घटनाक्रम में उनका रोल जाहिर करते हैं। बीेजेपी लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। मोदीजी दूसरे तरह की राजनीति की बात करते हैं, क्या यह उसी तरह की राजनीति है। विधायकों को 50 से 60 करोड रुपए का ऑफर दिया गया है। कुछ विधायक बेंगलुरु में हैं, लेकिन वे हमारे साथ हैं। पटवारी यह कहते हुए भी सुने गए कि बीेजेपी नेताओं ने इन विधायकों को बंधक बना रखा है। इनको पैसे दिए गए हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार खुद अंतर्विरोध और अंतर्कलह से ग्रसित है। बीजेपी पर जो आरोप लगा रहे हैं वह सरासर गलत है। इस मामले में बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है और ना ही कोई ऐसा प्रयास है। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि बीजेपी कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के विधायकों को प्रलोभन दे रही है।