Edited By meena, Updated: 22 Apr, 2020 10:34 AM
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह महज 5 मंत्रियों के मंत्रिमंडल का गठन कर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। शिवराज मंत्रिमंडल को बने 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन विपक्ष के सवाल कम होने का नाम नहीं हो रहे। अब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने चुप्पी...
भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह महज 5 मंत्रियों के मंत्रिमंडल का गठन कर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। शिवराज मंत्रिमंडल को बने 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन विपक्ष के सवाल कम होने का नाम नहीं हो रहे। अब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ते हुए शिवराज मंत्रिमंडल के गठन पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद 1 महीने बाद मंत्रिमंडल का गठन किया और वो भी सिर्फ 5 मंत्रियों के साथ। कोई विभाग का बंटवारा नहीं। इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा में कितनी अंतर्कलह चल रही है।
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में आज मंत्रिमंडल गठन से भाजपा ने प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता के साथ मज़ाक़ किया है। एक माह बाद मंत्रिमंडल का गठन वो भी सिर्फ़ 5 मंत्री , कोई विभाग का बंटवारा नहीं। एक अन्य ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा कि, इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा ने कितना अंतर्द्वंद चल रहा है , कितना आंतरिक संघर्ष चल रहा है। प्रलोभन का खेल खेलकर इन्होंने कांग्रेस की स्थिर सरकार तो गिरा दी , अपनी सरकार बना ली लेकिन यह सरकार ये चलाएँगे कैसे ? कितने दिन चलायेंगे ? आगे-आगे देखिये ?
लगातार हमलावर होते हुए उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि इस मंत्रिमंडल के गठन से ही इनके संघर्ष की वास्तविकता सामने आ चुकी है। आज के मंत्रिमंडल गठन में ही भाजपा के कई ज़मीनी संघर्ष करने वाले अनुभवी , ईमानदार , योग्य , संकट के इस दौर में जिनके अनुभव की आज आवश्यकता थी, वो सब नदारद और जो संकट में भाग खड़े हुए वो अंदर।
आपको बता दें कि मंगलवार सुबह शिवराज मंत्रिमंडल में 5 मंत्रियों को शामिल किया गया। राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल और मीना सिंह मंत्री बने। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट से तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। जिसको लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े करना शुरु कर दिया है।