Edited By suman, Updated: 24 Jan, 2019 11:06 AM
कमलनाथ सरकार में मंत्रियों का कार्यकाल अभी एक माह का भी नहीं हुआ है और काम का बोझ उन्हें सताने लगा है। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरतीदेवी फाइलों से परेशान हैं, और उनकी यह परेशानी उन्होंने खुद बयां करते हुए कहा कि फाइलों की गठरी देखकर...
भोपाल: कमलनाथ सरकार में मंत्रियों का कार्यकाल अभी एक माह का भी नहीं हुआ है और काम का बोझ उन्हें सताने लगा है। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरतीदेवी फाइलों से परेशान हैं, और उनकी यह परेशानी उन्होंने खुद बयां करते हुए कहा कि 'फाइलों की गठरी देखकर मुझे नींद आ जाती है'। गुना में सखी संवाद कार्यक्रम में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की समस्या पर जवाब देते हुए मंत्री ने यह बात कही।
दरअसल, पीजी कॉलेज के मैदान पर सखी संवाद कार्यक्रम का आयोजन था। जहां जिले भर से आईं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने मंत्री इमरती देवी को अपनी समस्या सुनाई। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संजू शर्मा ने मंत्री इमरती देवी से कहा कि, आंगनवाड़ी केंद्र पर कागजी काम इतना ज्यादा करना पड़ता है, इससे बाकी काम प्रभावित होता है। एक केंद्र पर 50 के करीब रजिस्टर होते हैं। कोई भी अधिकारी आता है तो रजिस्टर चैक करने लगता है। इस समस्या को सुनते ही मंत्री ने कहा कि 'आपकी बात सही है। रजिस्टर तो वाकई ज्यादा रहते हैं। मंत्रालय में हमारे सामने फाइलों की गठरी लाकर रख दी जाती है। जिन्हें देखकर मुझे नींद आने लगती है।'
मंत्री ने कहा 'इस संबंध में विभाग के अधिकारियों से हमारी बात हुई है। आप लोगों को मोबाइल फोन दिए जाएंगे। सखी संवाद कार्यक्रम में अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी मंत्री को अपनी समस्याएं सुनाई और रिटायरमेंट के बाद एक मुश्त राशि दी जाने की मांग रखी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कहा जब हमारा रिटायरमेंट होता है, तो हमारे पास अपना आगे का जीवन व्यतीत करने के लिए रुपए नहीं होते। इसलिए हमें भी रिटायरमेंट के बाद एक मुश्त राशि दी जाए।'