Edited By suman, Updated: 31 Jan, 2019 12:53 PM
किसानों के कर्जे माफ करने के लिए सरकार ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना कि शुरुआत की, जिसके अंतर्गत कर्जमाफी की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन जिस तरह की धांधलियां सामने आई है, इससे हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री ने आशंका जताई है कि यह पिछली सरकार में...
भोपाल: किसानों के कर्जे माफ करने के लिए सरकार ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना कि शुरुआत की, जिसके अंतर्गत कर्जमाफी की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन जिस तरह की धांधलियां सामने आई है, इससे हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री ने आशंका जताई है कि यह पिछली सरकार में किसानों के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है और यह घोटाला दो से तीन हजार करोड़ का हो सकता है। वहीं गड़बड़ी की जांच की जा रही है। वहीं दोषियों पर सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों के खिलाफ होगा कार्रवाई
सरकार के पास जानकारी आई है कि प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों में किसानों की जानकारी के बिना उनके नाम से फर्जी प्रकरण बनाकर फसल ऋण के नाम पर राशि गबन करने के प्रयास हुए हैं। इस पर सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। प्रमुख सचिव, किसान कल्याण तथा कृषि विकास डॉ. राजेश राजौरा ने कहा कि 'ऐसे प्रकरण गंभीर अपराध की श्रेणी में माने जाएंगे। इन प्रकरणों में सहकारिता अधिनियम एवं आईपीसी की धाराओं में सभी दोषियों के विरुद्घ अनुशासनात्मक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अन्तर्गत नियत कट ऑफ डेट के बकायादार (रेग्यूलर आउट स्टेंडिंग लोन अथवा कालातीत लोन) किसानों की सूची ग्राम पंचायतों में 15 जनवरी से चस्पा की जा रही है।'