Edited By meena, Updated: 20 Mar, 2020 05:24 PM
बीते 10 दिन से मध्य प्रदेश की राजनीति में शुरु हुई उठापटक आखिरकार सीएम कमलनाथ के इस्तीफे से थम सी गई है। अपने भरोसेमंद साथी सिंधिया की बगावत के साथ साथ 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद उनके सामने एक तरफ सरकार बचाने की कवायद थी और दूसरी तरफ अपनी बात...
भोपाल: बीते 10 दिन से मध्य प्रदेश की राजनीति में शुरु हुई उठापटक आखिरकार सीएम कमलनाथ के इस्तीफे से थम सी गई है। अपने भरोसेमंद साथी सिंधिया की बगावत के साथ साथ 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद उनके सामने एक तरफ सरकार बचाने की कवायद थी और दूसरी तरफ अपनी बात जनता तक पहुंचाने की फिक्र। भारी राजनीतिक तनाव और भागम-भाग के बीच राजनीतिक मैदान के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी वे लगातार सक्रिय रहे। बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच वो हर कदम पर अपनी बात ट्विटर पर ज़ाहिर कर रहे थे। आज भी जबकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन तुरंत ही इसके बाद उन्होंने प्रदेश की जनता का शुक्रिया भी अदा करना न भूला।
मध्य प्रदेश के कार्यवाहक सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया- आज मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हार हुई है। लोभी और प्रलोभी जीत गए हैं। मध्यप्रदेश के आत्मसम्मान को हराकर कोई नहीं जीत सकता। मैं पूरी इच्छाशक्ति से मध्यप्रदेश के विकास के लिए काम करता रहूंगा।
जाते जाते किया जनता का धन्यवाद
कमलनाथ ने इस्तीफा देने के बाद ट्वीट कर प्रदेश की जनता को शुक्रिया कहा। उन्होंने लिखा- मैं प्रदेश की जनता का धन्यवाद और आभार मानता हूं। जिसने इन 15 महिनों में मुझे पूरा सहयोग दिया। जनता के स्नेह और सहयोग की वजह से ही सरकार ने इन 15 माह में प्रदेश की तस्वीर बदली।