Edited By meena, Updated: 02 Jul, 2019 08:47 AM
विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में बाघ का दीदार करने वाले सैलानियों को अब साढ़े तीन माह का इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, वर्षा काल में नेशनल पार्क के गेट को बंद करने का निर्णय लिया गया है। यह गेट साढ़े तीन माह के लिए बंद होगा। इस दौरान किसी को पार्क...
मंडला( अनिल जांगड़े): विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में बाघ का दीदार करने वाले सैलानियों को अब साढ़े तीन माह का इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, वर्षा काल में नेशनल पार्क के गेट को बंद करने का निर्णय लिया गया है। यह गेट साढ़े तीन माह के लिए बंद होगा। इस दौरान किसी को पार्क में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। 16 अक्टूबर से पुन: पार्क के गेट सैलानियों के लिए खोल दिए जाएंगे। दरअसल, बारिश के दिनों में पार्क के भीतर के मार्ग काफी प्रभावित हो जाते हैं। जिसके कारण लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष पार्क में मानसून सत्र के दौरान प्रवेश बंद कर दिया जाता है। मौजूदा समय में रुक-रूक कर हो रही बारिश के कारण भी पार्क के भीतर के मार्ग खराब होने लगे हैं।
वहीं मानसून की दस्तक के साथ ही जंगल की फिजा भी बदली हुई सी नजर आ रही है। पहली बारिश के बाद कान्हा नेशनल पार्क में वनराज की मस्ती शुरू हो गई है। इन दिनों कान्हा नेशनल पार्क में बाघ के दर्शन करने वाले पर्यटकों को निराश नहीं होना पड़ रहा है। कान्हा घूमने वाले अधिकतर पर्यटकों को वनराज के दीदार हो रहे हैं। बाघ के असानी से दिखने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 25 जून को वनमंत्री मप्र शासन उमंग सिंघार को नौ बाघ देखने को मिले।
पर्यटकों का कहना है बारिश के बाद पार्क में थोड़ी ठंडक आ गई है वहीं जगह-जगह गड्ढों पानी भी भर गया जिसके चलते वन प्राणी गड्ढों आराम फरमाते देखे जा रहे है। जिसमें बाघ भी शामिल है। गौरतलब पिछले सत्र तक कोर क्षेत्र में 140 वाहन ही पहुंचते थे। लेकिन इस वर्ष कोर क्षेत्र में पर्यटकों को घूमने के लिए 178 वाहन की व्यवस्था की गई थी। जिसके कारण पर्यटकों को घूमने में काफी सुविधा हुई।
गौरतलब है कि पर्यटकों में बाघ को लेकर भारी रोमांच रहता है। पिछले चार-पांच दिनों से कान्हा, सरही एवं मुक्की जोन में बाघ के दीदार हो रहे थे। बाघ कभी जिप्सी के आगे-आगे तो कभी पानी में अटखेलियां करते नजर आए। जिसके चलते पर्यटक रोमांचित हुए। पर्यटकों के बीच फोटो और वीडियो के लिए भी होड़ मची हुई थी। कान्हा नेशनल पार्क में बाघ, पैंथर, चीतल, सांभर, बारह सिंगा, गौर, जंगली कुत्ते, भालू आदि वन्य जीव दिखाई दिए।
कुछ वर्षो से मानसून में देरी होने के कारण कान्हा नेशनल पार्क के गेट को बंद करने की तिथि बढ़ाई गई है। इसके पूर्व वर्षा में 15 जून से कान्हा नेशनल पार्क सहित प्रदेश के सभी पार्कों के गेट बंद हो जाते थे। लेकिन अब 15 जून तक बारिश नहीं होने के कान्हा नेशनल पार्क का समय बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया था।