Edited By suman, Updated: 22 Jun, 2018 06:36 PM
नया शिक्षण सत्र शुरू हो गया है, स्कूल चलें हम..जैसे नारों के साथ शिक्षा जागरूकता रैलियां भी निकाली जा चुकी हैं, ताकि अभिभावक जागरूक हों और वह अपने बच्चों को स्कूल भेजें। लेकिन सरकारी स्कूलों की स्थिति ऐसी है कि सरकारी विद्या भवन तालों में कैद हैं।...
छतरपुर: नया शिक्षण सत्र शुरू हो गया है। जिले में "स्कूल चलें हम' जैसे नारों के साथ शिक्षा जागरूकता रैलियां भी निकाली जा चुकी हैं, ताकि अभिभावक जागरूक हों और वह अपने बच्चों को स्कूल भेजें। लेकिन सरकारी स्कूलों की स्थिति ऐसी है कि सरकारी विद्या भवन तालों में कैद हैं। जब शिक्षक ही स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं तो बच्चे कैसे स्कूल पहुंच सकते हैं।
छतरपुर जिले के गांव के स्कूलों में शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। महाराजपुर, नौगांव, गौरिहार, चंदला, लवकुशनगर, राजनगर, बिजावर, बड़ामलहरा, घुवारा, बकस्वाहा तहसील क्षेत्रों के दूरस्थ गांवों में संचालित प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं। अगर शिक्षक पहुंचते भी हैं तो कुछ समय बिताकर दोपहर से पहले ही घर लौट आते हैं। ऐसे में छात्रों का भविष्य संकट में नजर आ रहा है।