Edited By suman, Updated: 04 Feb, 2019 10:35 AM
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को बने दो महीने होने वाले हैं, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती के बदलते तेवर पार्टी लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को बने दो महीने होने वाले हैं, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती के बदलते तेवर पार्टी लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
बीजेपी कांग्रेस पर साधा निशाना
मायावती ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि 'नवगठित सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही है। मध्यप्रदेश की जनता बीजेपी के सत्ता से जाने से राहत की सांस महसूस कर रही थी। लेकिन इसके बाद बनी नई सरकार भी लोगों का शोषण ही कर रही है। मायावती के इस बयान को आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पर दबाव बनाने के प्रयास से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब बीएसपी ने कमलनाथ सरकार को धमकी दी है।'
पथरिया सीट से बीएसपी विधायक रमाबाई अहिरवार ने पिछले महीने कांग्रेस को इशारों-इशारों में चेतावनी दी थी कि 'यदि उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता तो यहां (मध्य प्रदेश) भी कर्नाटक जैसा सियासी संकट जैसा खड़ा हो सकता है।'
बता दें कि नवंबर 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के नतीजों में कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं बीजेपी के खाते में 109 सीटें आई थी। तब बहुमत से दूर कांग्रेस को बीएसपी के 2, समाजवादी पार्टी के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों ने सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था।