Edited By Jagdev Singh, Updated: 29 Oct, 2019 06:08 PM
मध्य प्रदेश में चेन स्नैचर्स से सिर्फ आम लोग ही नहीं पुलिस भी काफी परेशान है। पुलिस के अदना कर्मचारी नहीं बल्कि प्रदेश के आला अफसर तक हलाकान हैं। ऐसे ही एक एडीजीपी ने अपने स्टाफ को छूट दे दी है कि चेन स्नैचर्स को ठोक दो...........
ग्वालियर: मध्य प्रदेश में चेन स्नैचर्स से सिर्फ आम लोग ही नहीं पुलिस भी काफी परेशान है। पुलिस के अदना कर्मचारी नहीं बल्कि प्रदेश के आला अफसर तक हलाकान हैं। ऐसे ही एक एडीजीपी ने अपने स्टाफ को छूट दे दी है कि चेन स्नैचर्स को ठोक दो।
मध्य प्रदेश पुलिस के एडीजीपी राजाबाबू सिंह ग्वालियर दौरे पर थे। उन्होंने यहां पुलिस को चेन स्नेचर्स को 'ठोकने' के लिए छूट दे दी है। राजाबाबू सिंह ने कहा कि पुलिस का अगला टारगेट चेन स्नेचर हैं। स्नेचर को ठोकने वाले पुलिसकर्मी को वो इनाम के साथ आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिलाएंगे।
एडीजीपी राजाबाबू सिंह मंगलवार को ग्वालियर एसपी ऑफिस पहुंचे थे। क्राइमब्रांच ने बीते डेढ़ साल में शहर में हुई लूट की 4 बड़ी वारदातों का खुलासा किया था और शॉर्ट एनकाउंटर में लुटेरे गैंग को पकड़ा था। एडीजीपी ने क्राइम ब्रांच टीम का सम्मान किया। अफसरों और जवानों को कामयाबी के लिए मिठाई भी खिलाई। उसके बाद एडीजीपी ने जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा भी की।
राजा बाबू सिंह ने क्राइमब्रांच से कहा कि ग्वालियर शहर में जैसे ही चेन स्नेचिंग की वारदत हो, वैसे ही शहर में नाकेबंदी की जाए। चेन स्नैचर्स का पीछा करें और देखते ही ठोक दें। जो पुलिसकर्मी उनको ठोकेगा, उसे इनाम मिलेगा। साथ ही आउट ऑफ टर्न प्रोमोशन के लिए मैं रेकमेंड करूंगा।
पुलिस के पास विपरीत हालातों में अपने अफसरों से अनुमति लेकर आत्म रक्षा में फायरिंग करने का अधिकार होता है, लेकिन एडीजीपी राजाबाबू सिंह ने पुलिस कर्मियों को चेन स्नेचर्स को सीधे ठोकने के निर्देश दिए हैं। अपराध रोकने के लिए एडीजीपी के इस निर्देश पर सवाल खड़े हो रहे हैं। राजाबाबू सिंह ग्वालियर रेंज के आईजी भी हैं।