Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 02 Apr, 2019 04:38 PM
पिछले साल शहर में 2 अप्रैल को शहर में हुई हिंसा को देखते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। शहर में धारा 144 लागू है। संवेदनशील क्षेत्रों में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है, वरिष्ठ अधिकारी सड़कों पर हैं। उधर शहर में जारी...
ग्वालियर: पिछले साल शहर में 2 अप्रैल को शहर में हुई हिंसा को देखते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। शहर में धारा 144 लागू है। संवेदनशील क्षेत्रों में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है, वरिष्ठ अधिकारी सड़कों पर हैं। उधर शहर में जारी धारा 144 के बीच रैली निकालकर पिछले साल की हिंसा के मृतकों को श्रद्दांजलि देने जा रहे माकपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार, पिछले साल 2 अप्रैल की हिंसा में मरने वाले लोगों को श्रद्दांजलि देने के लिए रैली के रूप में फूलबाग स्थित अंबेडकर पार्क जा रहे थे। धारा 144 प्रभावशील होने के कारण जिला प्रशासन ने रैली निकालने की अनुमति नहीं दी थी लेकिन माकपा नेता और कार्यकर्ता रैली निकालने पर अड़े थे । जिसके बाद पुलिस ने नई सड़क स्थित माकपा कार्यालय पर ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई का माकपा नेताओं ने विरोध किया है। वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव का कहना है कि आज आम आदमी के अधिकारों को दबाया जा रहा है। हम तो शांतिपूर्ण तरीके से मृतकों को श्रद्दांजलि देने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने हमें जबरन रोक लिया। प्रशासन ने माकपा कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
गौरतलब है कि, 2 अप्रैल को एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में उपद्रवियों ने शहर में कई स्थानों पर तोड़फोड़, आगजनी की थी। थाटीपुर क्षेत्र में भारी तनाव के बीच चलीं गोलियों में दो लोगों की मौत हो गई थी और शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। इस बार प्रशासन पहले से सतर्क हैं और शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।