Edited By shahil sharma, Updated: 22 Feb, 2021 02:13 PM
कोरोना की जंग में फर्ज निभाते शहीद योद्धाओं के बच्चों को अब डॉक्टर बनने का मौका मिलेगा। केन्द्र सरकार ने दिवंगत कोरोना योद्वाओं के आश्रितों के लिए पांच मेडिकल कॉलेजों में एक-एक सीट आरक्षित की है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा विभिन्न विभागों के...
भोपाल (इजहार हसन खान): कोरोना की जंग में फर्ज निभाते शहीद योद्धाओं के बच्चों को अब डॉक्टर बनने का मौका मिलेगा। केन्द्र सरकार ने दिवंगत कोरोना योद्वाओं के आश्रितों के लिए पांच मेडिकल कॉलेजों में एक-एक सीट आरक्षित की है।
इसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा विभिन्न विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग को आदेश भेजकर ये जानकारी दी है।
मध्य प्रदेश का एक कॉलेज शामिल
चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दिवंगत कोरोना योद्धाओं के बच्चों को एमबीबीएस में दाखिले के लिए जिन मेडिकल कॉलेजों में एक-एक सीट आरक्षित की गई है। उनमें जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के अलावा एमजीएमएस वर्धा महाराष्ट्र, जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर, जीएमसी हल्द्वानी उत्तराखंड के साथ ही लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली में दाखिला मिल सकेगा।