Edited By Vikas kumar, Updated: 26 Apr, 2020 08:08 PM
देश मे कोरोना की जंग लड़ रहे डॉक्टरों और स्वास्थ कर्मियों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर कितनी लापरवाही बरती जा र,...
कटनी(संजीव वर्मा): देश मे कोरोना की जंग लड़ रहे डॉक्टरों और स्वास्थ कर्मियों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर कितनी लापरवाही बरती जा रही है। इसका अंदाजा कटनी के इस एक मामले को देख कर समझा जा सकता है। जहां कोटा से कटनी पहुंचे 65 बच्चों का मेडिकल चेकअप कर रही मेडिकल टीम को PPE किट और दस्ताने के बगैर ही जांच करना पड़ी।
कटनी जिले की सीमा पर स्थित बड़गांव के एक छात्रावास में रैपिड रिस्पांस टीम के हेड डॉक्टर समीर सिंघई और डॉक्टर अनिल झमनानी बच्चों का मेडिकल परीक्षण कर रहे हैं। जो PPE किट और दस्ताने लगाए बिना ही बच्चों की जांच कर रहे हैं। आपको बता दें कि गुरुवार की देर शाम राजस्थान के कोटा से चार बस में सवार 65 बच्चे कटनी पहुंचे थे। ऐसे में अगर कोई कोरोना संक्रमित निकल आता तो ये सोचकर ही सिहरन होने लगती है। शनिवार को जब जिला CMHO से जिले में पीपीई किट की उपलब्धता पर सवाल किया गया तो उन्होंने अजीबोगरीब तर्क देते हुए कहा कि वर्तमान में हमारे पास करीब एक हजार पीपीई किट हैं। अभी रैपिड टीम को हम लोग दो-दो किट उपलब्ध कराने जा रहे हैं। रैपिड टीम के किट हमारे पास नहीं थे हमारे पास पुनः किट आई है तो हम उपलब्ध करा रहे हैं।