Edited By suman, Updated: 29 Dec, 2018 01:20 PM
मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने अपने निवास पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि ''हमारे मंत्री बनने से कोई फर्क नहीं पड़ता, हम तो पहले भी कहते थे, प्रदेश के लिए मंत्री, भिण्ड के लिए तो संतरी हैं। हम यहां मंत्री जैसे नहीं।...
भिंड: मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने अपने निवास पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि 'हमारे मंत्री बनने से कोई फर्क नहीं पड़ता, हम तो पहले भी कहते थे, प्रदेश के लिए मंत्री, भिण्ड के लिए तो संतरी हैं। हम यहां मंत्री जैसे नहीं। कल जैसे थे, वैसे ही आज रहेंगे। सत्ता का नशा गोविंद सिंह पर चढ़ता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि, 'सत्ता तो आती-जाती है। हारना -जीतना लगा रहता है। राजनीति हमारा व्यवसाय या धंधा नहीं है। हम राजनीति में आए हैं, दूसरे लोगों की भलाई के लिए। दो-चार लोगों का दिन में काम कर दिया तो समझते हैं, आज हमारा हनुमान चालीसा का पाठ पूरा हो गया'।
डॉ. सिंह ने कहा कि 'पंडित कथा वाचने में कहते हैं, आत्मा में परमात्मा का वास है। हर आदमी की आत्मा में परमात्मा वसता है तो आत्मा को शांति पहुंचा दो, परमात्मा प्रसन्न हो जाएगा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगे कहा कि, 'वर्ष 1985 के बाद से कांग्रेस लोकसभा में हार रही है। इस बार भिण्ड और दतिया में आप लोगों ने 5 सीटें जिताईं हैं'। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव कांग्रेस के लिए जीवन-मरण का सवाल है। हम दुनियाभर की बात नहीं करें। हम बात करें भिण्ड-दतिया की। इसमें अभी से लग जाएं। जिस ताकत से विधानसभा का चुनाव लड़ा है, उससे अधिक ताकत से लोकसभा का लड़ना होगा'।