Edited By Vikas kumar, Updated: 20 Nov, 2018 11:29 AM
प्रदेश की राजधानी में आरटीआई कार्यकर्ता मनोज त्रिपाठी की संदिग्ध हालत में हुई मौत पर सियासी घमासान तेज हो गया है। त्रिपाठी बीते दिनों संदिग्ध हालत में गिर छत से गिर गए थे। बीते दिन सोमवार को अस्पताल में इलाज के दौरान इ...
भोपाल: प्रदेश की राजधानी में आरटीआई कार्यकर्ता मनोज त्रिपाठी की संदिग्ध हालत में हुई मौत पर सियासी घमासान तेज हो गया है। त्रिपाठी बीते दिनों संदिग्ध हालत में गिर छत से गिर गए थे। बीते दिन सोमवार को अस्पताल में इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई। जिसको लेकर कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला है और इस केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, 'महिलाओं पर हो रहे अपराधों में पुलिस इतनी जल्दबाजी नहीं दिखाती जितनी RTI कार्यकर्ता मनोज त्रिपाठी जी की संदिग्ध मौत पर दिखाई है, पुलिस का कहना है कि वो छत से धर्मपत्नी से झगड़े के दौरान गीरे जबकि पत्नी का कहना है कि वो घर पर थी व मनोज छत पर फोन पर बात करते हुए गए थे।'
इसके बाद प्रियंका ने कहा कि, 'जब आरटीआई कार्यकर्ता की संदिग्ध हालतों में मृत्यु होती है और आपके एक नेता विदिशा में दुष्कर्म के आरोपी पाए जाते हैं तब हमें गुस्सा आता है और इसलिए अब प्रदेश की जनता कह रही है कि मामा तो गयो।'
कांग्रेस नेत्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि, मनोज त्रिपाठी ने आरटीआई के तहत हुजुर विधानसभा से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के खिलाफ अवैध कब्जे से जुड़े दस्तावेज जुटाए थे। आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी जिसके बाद उनकी संदिग्ध हालत में हुई मौत कई सवाल खड़े कर रही है।