Edited By suman, Updated: 26 Nov, 2018 12:27 PM
मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए कुछ ही घंटे बचे हैं। शाम 5 बजे प्रचार का शोर थम जाएगा। ऐसे में नेता अपने चुनाव प्रचार-प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चुनावी माहौल में वे जमकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, लेकिन इस जोर-शोर से हो...
छिदवाड़ा: मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए कुछ ही घंटे बचे हैं। शाम 5 बजे प्रचार का शोर थम जाएगा। ऐसे में नेता अपने चुनाव प्रचार-प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चुनावी माहौल में वे जमकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, लेकिन इस जोर-शोर से हो रहे चुनावी प्रचार में नेताओं जुबान भी जमकर फिसल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज के बाद अब पीसीसी चीफ कमलनाथ की जुबान फिसली है। हैरानी की बात तो ये है कि यह घटनाक्रम उनके ही क्षेत्र छिंदवाड़ा में हुआ है। घटना के बाद काफी देर तक सभा में हड़कंप मचा रहा। हालांकि कमलनाथ ने गलती को सुधारा और अपनी भाषण जारी रखा।
दरअसल, रविवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ कांग्रेस प्रत्याशी दीपक सक्सेना के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे। यहां शहर में आयोजित नुक्कड़ सभा को करते हुए कमलनाथ की जुबान फिसल गई। उन्होंने कहा कि आप 28 नवंबर को कांग्रेस के पक्ष में वोट करके दिग्विजय सिंह, छिंदवाड़ा और एमपी की किस्मत का फैसला करेंगे। हालांकि कमलनाथ ने तुरंत अपनी गलती सुधार ली और दिग्विजय सिंह की जगह स्थानीय प्रत्याशी दीपक सक्सेना का नाम लिया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सभा में काफी देर तक हलचल मची रही ।
इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज की जुबान फिसल गई थी और उन्होंने लहार की जगह लाहौर का नाम ले लिया था। वहीं बुरहारपुर में केन्द्रीय मंत्री अनंत गीते से भी गलती हो गई थी और उन्होंने नेपानगर विधानसभा सीट से शिवसेना प्रत्याशी ज्ञानसिंह पटेल की जगह गनसिंह पटेल के लिए वोट मांग लिए थे।