Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 31 May, 2019 05:20 PM
जिले के छोटे से गांव की रहने वाली किसान की बेटी मेघा ने माउंट एवरेस्ट फतेह करके विश्व में प्रदेश सहित सारे देश का नाम रोशन किया है। महज 24 साल में यह सफलता हासिल करने वाली मेघा प्रदेश की पहली महिला बनी हैं...
सीहोर: जिले के छोटे से गांव की रहने वाली किसान की बेटी मेघा ने माउंट एवरेस्ट फतेह करके विश्व में प्रदेश सहित सारे देश का नाम रोशन किया है। महज 24 साल में यह सफलता हासिल करने वाली मेघा प्रदेश की पहली महिला बनी हैं। मेघा ने 22 मई की सुबह पांच बजे एवरेस्ट समिट कंप्लीट किया था।
बेहद विपरीत परिस्थियों में हासिल की सफलता
मेघा का यह सफर बहुत संघर्ष पूर्ण रहा। मेघा ने 2018 में माउंट एवरेस्ट समिट किया था, लेकिन समिट का सर्टीफिकेशन नहीं हो पाया था। इस कारण 2019 में मेघा दोबारा माउंट एवरेस्ट समिट करने गई थीं। मेघा का एवरेस्ट क्लाइम्बिंग का यह दूसरा अटेम्प्ट था। मेघा के पहले अटेम्प्ट में उनकी रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर आ गया था। जिसके बाद भी मेघा ने हार न मानते हुए दूसरे अटेम्प्ट में एवरेस्ट को फतह कर लिया।
मेघा की इस कामयाबी के लिए मुख्य सचिव आर एस मोहंती ने बधाई देते हुए कहा है कि पूरे प्रदेश को मेघा पर गर्व है कि एक छोटे से गांव के गरीब परिवार की बेटी आज मध्यप्रदेश के गौरव के रूप में जानी जा रही है। मेघा के लिए बहुत सी कंपनियों ने CSR से फंडिंग की। किसी से भी कैश में पैसा नही लिया लोगों ने सीधे चेक से मेघा के खाते में पैसे डाले जिसकी जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को है। मध्यप्रदेश शासन की तरफ से भी मेघा को 15 लाख रुपए दिए जाएंगे।