Edited By shahil sharma, Updated: 09 Feb, 2021 02:09 PM
कोरोना वैक्सीन को लेकर भले ही केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार गंभीर नजर आ रही है, लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा। इसका उदाहरण ग्वालियर जिले में सोमवार को देखने को मिला। वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में अधिकारियों की लापरवाही के कारण...
ग्वालियर (अंकुर जैन): कोरोना वैक्सीन को लेकर भले ही केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार गंभीर नजर आ रही है, लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा।
इसका उदाहरण ग्वालियर जिले में सोमवार को देखने को मिला। वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में अधिकारियों की लापरवाही के कारण जयारोग्य अस्पताल के 7 बूथों पर 940 वर्करों में से टीका नहीं लग सका है।
यानी सोमवार को जयारोग्य अस्पताल में टीकाकरण शून्य रहा। टीका न लग पाने का कारण ये है कि विभाग के पास पहुंची लिस्ट में सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का मोबाइल नंबर एक ही लिखा था।
इस कारण न तो उनके पास मैसेज आया और ना ही वेरिफिकेशन के समय नंबर मिल पाया। जाहिर है कि अधिकारी वैक्सीन को लेकर गंभीर नहीं हैं। बता दें कि सोमवार से वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है।
इसमें 19500 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगना है। फ्रंट लाइन वर्कर्स में नगर निगम कर्मचारी, पुलिस व अन्य फोर्स के जवान शामिल हैं। सोमवार को पहले दिन 5000 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने का टारगेट रखा गया था।