Edited By Prashar, Updated: 16 Jul, 2018 03:44 PM
जिला के सुल्तानिया अस्पताल से लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां प्रसव के दौरान प्रसुता के पास कोई डॉक्टर और नर्स मौजूद नहीं थी। अचानक जैसे ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया तो लेबर टेबल से नवजात डस्टबीन में गिर गया।
भोपाल : यू तो सरकार राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के लाख दावे करती है लेकिन न जाने फिर भी लापरवाही कहां रह जाती है। एक बार फिर जिला के सुल्तानिया अस्पताल से लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां प्रसव के दौरान प्रसुता के पास कोई डॉक्टर और नर्स मौजूद नहीं थी। अचानक जैसे ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया तो लेबर टेबल से नवजात डस्टबीन में गिर गया।
ये है मामला ?
दरअसल बैरसिया के नजदीक एक गांव के रहने प्रेम सिंह रायकवार ने अपनी पत्नी लक्ष्मी रायकवार को शनिवार-रविवार की दरमियानी रात सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती कराया था। लक्ष्मी की सास ने बताया कि प्रसव के दौरान वहां पर कोई डॉक्टर नहीं था। एक नर्स थी। वह किसी काम के लिए बाहर गईं। इसी दौरान प्रसव हो गया। नवजात झटके से वहां पर रखे डस्टबिन में गिर गया। डस्टबिन प्लेसेंटा आदि डालने के लिए रखा गया था। पांच मिनट के भीतर वह प्रसूति कक्ष में आईं तो उन्हें बच्चा डस्टबिन में पड़ा मिला। उन्होंने इसकी जानकारी डॉकटर्स को दी। जिसके बाद कमला नेहरू अस्पताल स्थित हमीदिया के शिशु रोग विभाग भेजकर उसका एक्स-रे और सोनोग्राफी जांच कराई गई। जांच के दौरान डॉक्टर्स ने उसे पूरी तरह स्वस्थ बताया।
मामले पर सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजय शर्मा का कहना है कि लेबर रूम में डॉक्टर-नर्स दोनों रहते हैं। महिला ने इस तरह की घटना से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं।