Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 08 Dec, 2018 02:02 PM
जिले में भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। जहां ग्रामपंचायत को ओडीएफ घोषित करने के चक्कर में पंचायत के जवाबदारों ने गाव की पहाड़ी पर करीब डेढ़ दर्जन शौचालयों का निर्माण करवाया है...
डिडौंरी: जिले में भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। जहां ग्रामपंचायत को ओडीएफ घोषित करने के चक्कर में पंचायत के जवाबदारों ने गाव की पहाड़ी पर करीब डेढ़ दर्जन शौचालयों का निर्माण करवाया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि शौचालयों में दूर-दूर तक पानी का नामोनिशान तक नहीं है।
दरअसल, जिले के बजाग जनपद पिपरिया ग्रामपंचायत के जबावदारों ने 542 शौचालयों का लक्ष्य पूर्ण करने के लिए इलाके में करीब डेढ़ दर्जन शौचालय बनवाए हैं। जिसमें भ्रष्टाचार की जीती जागती तस्वीर देखने को मिल रही है। आलम यह है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए स्वीकृत राशि से मकान निर्माण करने से पहले ही कई शौचालयों का निर्माण करवाया जा चुका है। वो भी ऐसी जगह जहां पानी की एक बूंद भी नहीं है। दुर्गम स्थानों पर बने ये शौचालय उपयोग से पहले ही कई जगह से टूट-फूट गए हैं। ऐसा लगता है कि इनका निर्माण महज ओडीएफ की खाना पूर्ति के लिए किया गया है। लिहाजा गांव को जिलाप्रशासन ने ओडीएफ घोषित कर दिया है। अधूरे एवं गुणवत्ताविहीन शौचालयों के बारे में जब ग्रामपंचायत के सचिव से पूछा गया तो वे मुस्करा कर गोलमोल बाते करने लगे।