Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 01 Mar, 2019 12:52 PM
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद पूरा देश गुस्से से भरा हुआ है। इस हमले में 40 जवानो के मारे जाने के बाद हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान के खिलाफ नफरत भरी हुई है। हर कोई अपने-अपने स्तर पर पाकिस्तान का विरोध जता रहा है। इस कड़ी में मध्य...
छत्तरपुर: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद पूरा देश गुस्से से भरा हुआ है। इस हमले में 40 जवानो के मारे जाने के बाद हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान के खिलाफ नफरत भरी हुई है। हर कोई अपने-अपने स्तर पर पाकिस्तान का विरोध जता रहा है। इस कड़ी में मध्य प्रदेश के किसानों ने पहले टमाटर और अब छत्तरपुर जिले के पान कृषकों ने पाकिस्तान को पान न भेजने का संकल्प लिया है।
गौरतलब है कि छतरपुर का पान मेरठ और शहारंगपुर से पाकिस्तान भेजा जाता है। हर सप्ताह तीन दिन 45 से 50 बंडल पान के पाकिस्तान भेजे जाते हैं। पान के एक बंडल की कीमत 30 हजार रुपए है।
ऐसे में पान किसानों का अनुमानित 13 से 15 लाख रुपये का नुकसान होगा। लेकिन किसानों का कहना है कि नफा-नुकसान की कोई चिंता नहीं है। भारत सरकार जब पानी न देने जैसा बड़ा फैसला ले सकती है तो हम अपने भारत देश की खातिर इतना तो कर ही सकते हैं।
बता दें कि इससे पहले मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर सप्लाय करने से मना कर दिया था।