Edited By Prashar, Updated: 12 Jul, 2018 03:18 PM
सरकार की महत्वपूर्ण योजनाए जमीनी स्तर पर कितनी उतर पई है, जिला में इसकी असलियत शर्मसार करने वाली है। दस्तक अभियान में जहां 87 फीसदी बच्चों की स्क्रीनिंग नहीं की गई वहीं प्रेरणा अभियान के तहत नौ जुलाई तक केवल 41 ही नसबंदी हो पाई है।
रीवा : सरकार की महत्वपूर्ण योजनाए जमीनी स्तर पर कितनी उतर पई है, जिला में इसकी असलियत शर्मसार करने वाली है। दस्तक अभियान में जहां 87 फीसदी बच्चों की स्क्रीनिंग नहीं की गई वहीं प्रेरणा अभियान के तहत नौ जुलाई तक केवल 41 ही नसबंदी हो पाई है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिले में 21 हजार नसबंदी ऑपरेशन करने का लक्ष्य दिया गया है। अर्थात जमीनी स्तर पर इस योजना पर 0.2 फीसदी ही काम हो पाया है।
मामले में जिले के छह ब्लॉक शून्य की स्थिति में हैं। जिसमें रायपुर कर्चुलियान, सिरमौर, त्योंथर, मऊगंज,हनुमना और नईगढ़ी शामिल हैं। यहां पर साढ़े तीन माह में एक भी नसबंदी नहीं की गई जबकि गोविंदगढ में 8, जवा में 2 और गंगेव में 4 नसबंदी की गई हैं।
शहरी क्षेत्र में जिला अस्पताल में 15 और मेडिकल कॉलेज में 12 नसंबदी आपरेशन किए गए हैं। यह रिपोर्ट एक अप्रैल से नौ जुलाई तक की है। मालूम हो कि सरकार नसबंदी कराने पर पुरुष को 3 हजार और महिला 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देती हैं, इसके बावजूद नसबंदी न होना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर कर रहा है।
किस ब्लॉक को कितना लक्ष्य
रायपुर कचुर्लियान 2155, गोविंदगढ़ 2370, जवा 1910, सिरमौर 2615, त्यौंथर 2235, गंगेव 2060, मऊगंज 1685, हनुमना 2265, नईगढ़ी 1560 जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज 2145 नसबंदी आपरेशन का लक्ष्य निर्धारित है। जिसके सापेक्ष केवल 41 नसबंदी आपरेशन किए गए हैं।