Edited By suman, Updated: 11 Dec, 2018 01:12 PM
अब ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा की चिंता करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा एक एप रेलवे जल्द शुरू करने जा रहा है। महिला यात्रियों को सिर्फ (पैसेंजर मोबाइल एप) डाउनलोड करना होगा। यदि महिला से कोई...
सागर: अब ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा की चिंता करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा एक ऐप रेलवे जल्द शुरू करने जा रहा है। महिला यात्रियों को सिर्फ (पैसेंजर मोबाइल ऐप) डाउनलोड करना होगा। यदि महिला से कोई दुर्व्यवहार की कोशिश करता है तो उसे एप में सिर्फ हेल्प ऑप्शन को दबाना होगा। फिर ऐप की मदद से आटोमैटिक एक छोटा वीडियो बनकर कंट्रोल रूम पहुंच जाएगा, जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगेगी। ऐप के हेल्प बटन को दबाते ही नजदीकी जीआरपी और आरपीएफ कंट्रोल रूम में एसएमएस के जरिए लोकेशन तथा ट्रेन की जानकारी पहुंच जाएगी।
इस ऐप की विशेषता यह है कि हेल्प ऑप्शन दबने के साथ ही 30 सेकेंड का वीडियो आटोमैटिक बनकर कंट्रोल रूम चला जाएगा। महिला रेल यात्री को अलग से वीडियो बनाने की जरूरत नहीं होगी। महिला द्वारा अलर्ट भेजने के साथ ही कंट्रोल रूम पास के आरपीएफ, जीआरपी चौकी या थाना जो भी नजदीक होगा, उसे संदेश भेजेगा। यदि ट्रेन में आरपीएफ या जीआरपी का दस्ता सफर कर रहा है तो मैसेज उनके पास चला जाएगा। इससे सुरक्षा जवान तुरंत महिला की मदद कर सकेंगे।
सफर में इंटरनेट भी समस्या नहीं बनेगा
यदि सफर के दौरान इंटरनेट की समस्या है तो भी रिकॉर्ड हो चुका वीडियो इंटरनेट आने पर कंट्रोल रूम पहुंच जाएगा। मोबाइल एप एक निजी सॉफ्टवेयर कंपनी से ट्रेन में अकेली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैयार कराया गया है। वर्तमान में पुणे रेल मंडल की ट्रेनों में यह ट्रॉयल बेस पर है। रेलवे के सभी 16 जोन में जनवरी से यह ऐप शुरू हो जाएगा। इससे महिला यात्रियों को खासी राहत मिलेगी।