Edited By suman, Updated: 24 Jan, 2019 03:25 PM
शासकीय जन चिकित्सालय में लापरवाही का एक मामला फिर सामने आया है। यहां नर्सों ने जिस नवजात शिशु को अविकसित और मरा हुआ समझकर रात को डि़ब्बे में रख दिया था। बुधवार को सुबह जब परिजन उसे दफनाने लेने आए तो उसकी सांसें चल रही थीं। यह देख परिजन भड़क गए।...
विदिशा: जिले के शासकीय जन-चिकित्सालय में लापरवाही का एक मामला फिर सामने आया है। यहां नर्सों ने जिस नवजात शिशु को अविकसित और मरा हुआ समझकर रात को डिब्बे में रख दिया था। बुधवार को सुबह जब परिजन उसे दफनाने लेने आए तो उसकी सांसें चल रही थीं। यह देख परिजन भड़क गए। आनन-फानन में उसे विदिशा उपचार के लिए भेजा गया।
यह है मामला
मिली जानकरी के अनुसार, मंगलवार को नामदेव कालोनी निवासी 20 वर्षीय रश्मि मालवीय को शाम करीब 7.30 बजे परिजनों ने प्रसव पीड़ा होने के कारण शासकीय राजीव गांधी जन चिकित्सालय के जच्चा खाने में भर्ती कराया था। यहां उसने रात 12 बजे 6 महीने की प्री-मेच्योर बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के बाद नर्सों ने बच्ची को मृत घोषित करते हुए उसे एक कपड़े में लपेटकर डिब्बे में रख दिया। बुधवार को सुबह जब परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी करने के बाद उसका शव लेने पहुंचे तो, देखा कि नवजात बालिका की सांसें चल रही थीं और थोड़ी ही देर में वह रोने भी लगी। इसकी जानकारी नर्सों को दी गई तो, उन्होंने उसकी जांच कर विदिशा रैफर कर दिया।