Edited By suman, Updated: 17 Sep, 2018 11:12 AM
विधानसभा चुनाव की दस्तक के साथ ही सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था पर असर दिखना शुरू हो गया है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षा केन्द्र, डाइट के अधिकांश अधिकारी-कर्मचारियों को अभी से चुनाव की तैयारियों में लगा दिया गया है। जिसके कारण...
जबलपुर :विधानसभा चुनाव की दस्तक के साथ ही सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था पर असर दिखना शुरू हो गया है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षा केन्द्र, डाइट के अधिकांश अधिकारी-कर्मचारियों को अभी से चुनाव की तैयारियों में लगा दिया गया है। जिसके कारण स्कूलों में कहां कैसी पढ़ाई हो रही है, इसकी मॉनिटरिंग ही नहीं हो पा रही। अधिकारियों के चुनावी कार्य में लगे होने से ब्लॉक और जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर तैनात बीआरसी बीएसी और जनशिक्षक भी शैक्षणिक गुणवत्ता का आकलन करने स्कूलों का रुख नहीं कर रहे हैं। जबकि प्राइमरी स्कूलों में एंड लाइन टेस्ट और हाई-हायर सेकंडरी स्कूलों में तिमाही परीक्षाएं चल रहीं हैं।
पोलिंग बूथ बनने वाले स्कूलों को ठीक कराने में जुटे
जिला परियोजना समन्वयक, अतिरिक्त परियोजना समन्वयक व अन्य अधिकारियों को चुनाव में पोलिंग बूथ बनाए जाने वाले स्कूलों का निरीक्षण करने और बिजली, पानी, रैम्प, रंगाई, पुताई कराने की जिम्मेदारी दी गई है। अधिकारी जिलेभर में स्कूलों का निरीक्षण कर उन्हें ठीक करा रहे हैं। जिले में तकरीबन 1100 स्कूलों को पोलिंग बूथ बनाया जा रहा है।