Edited By Jagdev Singh, Updated: 29 Feb, 2020 01:28 PM
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल नगर निगम पर बिजली कंपनी का एक अरब रुपया बकाया हो गया। निगम प्रशासन ने ये राशि भुगतान से स्पष्ट इंकार कर दिया। अब बिजली कंपनी के अफसरों ने शासन से गुहार लगाई है कि या तो वे नगर निगम से बिजली का बकाया भुगतान कराएं या फिर...
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल नगर निगम पर बिजली कंपनी का एक अरब रुपया बकाया हो गया। निगम प्रशासन ने ये राशि भुगतान से स्पष्ट इंकार कर दिया। अब बिजली कंपनी के अफसरों ने शासन से गुहार लगाई है कि या तो वे नगर निगम से बिजली का बकाया भुगतान कराएं या फिर निगम को दी जाने वाली चूंगी क्षतिपूर्ति निगम को ना देते हुए बिजली कंपनी को दें।
यदि शासन ने बिजली कंपनी की मांग सुनी तो निगम के लिए खासकर उसके कर्मचारियों के लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है। नगर निगम अपने कर्मचारियों को इसी चूंगी क्षतिपूर्ति से भुगतान करता है। अभी दो माह पहले शासन ने ये राशि रोक ली थी, तक निगम के किसी कर्मचारी को वेतन नहीं मिला था। स्ट्रीट लाइट, जलकार्य के साथ निगम के 85 वार्ड कार्यालय, 19 जोन कार्यालयों के साथ आईएसबीटी निगम परिषद भवन, माता मंदिर स्थित निगम मुख्यालय, मल्टीलेवल पार्र्किंग, नगर निगम के नागरिक सुविधा केंद्र समेत अन्य कनेक्शन है।
बिजली कंपनी ने बकाया वसूली के लिए शहर में कई क्षेत्रों के स्ट्रीट लाइट कनेक्शन भी काटे। कई कार्यालयों की बिजली भी गुल की, लेकिन कोई भुगतान नहीं किया गया। अब निगम प्रशासन द्वारा भुगतान करने से स्पष्ट इंकार करने के बाद कंपनी बड़ी कार्रवाई का मन बना रही है। बिजली कंपनी के सीजीएम कमर्शियल एमएस अत्रे का कहना है कि 100 करोड़ रुपए बकाया हो गया है, लेकिन निगम भुगतान नहीं कर रहा। उनके अनुसार निगम आयुक्त विजय दत्ता ने उनसे कहा है कि आप चाहे तो कनेक्शन काट सकते हैं। इसके बाद अब वे शासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।