Edited By suman, Updated: 03 Nov, 2018 10:30 AM
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में लोकायुक्त की टीम ने जैतहरी पंचायत समन्वयक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोप है कि समन्वयक ने निर्माण काम का बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। टीम ने समन्वयक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला...
अनूपपुर: मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में लोकायुक्त की टीम ने जैतहरी पंचायत समन्वयक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोप है कि समन्वयक ने निर्माण काम का बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। टीम ने समन्वयक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई रीवा लोकायुक्त टीम द्वारा की गई है। इस कार्रवाई में डीएसपी देवेन्द्र पाठक, टीआई हितेन्द्र नाथ शर्मा, प्रधान आरक्षक विपिन व अखिलेश, आरक्षक शैलेन्द्र मिश्रा, पवन पांडेय, प्रेम सिंह, धमेन्द्र जायवाल सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।
जानकारी के अनुसार, पंचायत समन्वयक का कहना है कि सीईओ के कहने पर रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता संतोष टण्डन ने बताया कि वह ग्राम पंचायत बरगवां के उप सरपंच हैं, उन्होंने पंचायत में 2 लाख 40 हजार रुपए के सड़क निर्माण का काम कराया था। निर्माण काम का बिल पास करने के एवज में सीईओ एस के बाजपेयी निर्माण काम का 3% रिश्वत के तौर पर मांग रहे थे।
लोकायुक्त की टीम शिकायतकर्ता के साथ शाम को अनूपपुर पहुंची, जहां शुक्रवार को पैसा देना तय किया गया। जैसे ही पुष्पेन्द्र तिवारी इंदिरा तिराहा पर पहुंच उपसरपंच से पैसे लेकर बैग में बंद किया तभी लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर आरोपी को ट्रेप किया। दोपहर के समय लोकायुक्त की टीम ने यह राशि पुष्पेन्द्र तिवारी के बैग से जब्त की, जहां केमिकल्स से हाथ धुलाते हुए रंगे हाथ रूपए को जब्त की। उपसरपंच की शिकायत पर लोकायुक्त कार्यालय रीवा में सीईओ के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ट्रेप की कार्रवाई पूरी की गई।