Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 09 Jan, 2019 07:21 PM
प्रदेशभर में बसों की हड़ताल से आम जनता पर व्यापक असर पड़ा है। एक तरफ जहां अपने गंतव्य पर जाने वाले यात्री परेशान नजर आए। तो वहीं अपने घरों को आने वाले यात्री घर नहीं पहुंच पाए। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा...
छतरपुर: प्रदेशभर में बसों की हड़ताल से आम जनता पर व्यापक असर पड़ा है। एक तरफ जहां अपने गंतव्य पर जाने वाले यात्री परेशान नजर आए। तो वहीं अपने घरों को आने वाले यात्री घर नहीं पहुंच पाए। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आलम यह है कि लोगों को 10 गुना किराया देकर घर जाना पड़ रहा है। जो लोग इतना किराया नहीं दे सकते वे वहीं भूखे प्यासे इतनी ठंड में जमीन पर सोने को मजबूर हैं।
मामले संबंधी जब लोगों से बात की गई तो लोगों ने आप बीती सुनाई। उनका कहना था कि जहां बसों से 10 से 15 रुपए किराया लगता था। वहां निजी वाहन चालकों द्वारा 100 से 150 रुपए वसूले जा रहे हैं। मजबूरी में लोगों को उनके हिसाब से रुपए देकर जाना पड़ रहा है। वहीं रिक्शा चालकों का कहना था कि हम तो मेहनत करके 20-25 किलोमीटर तक जाते हैं और मेहनत का पैसा ले रहे हैं। हालांकि टैक्सी वाले 4 गुना कमा रहे हैं।