Edited By suman, Updated: 13 Jul, 2018 12:04 PM
केसली तहसील के जैतपुर (डोमा) गांव की रेवती चौबे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को करीब 7 मिनट तक बात की। उन्होंने रेवती से पूरी जानकारी लेने के बाद उसे न सिर्फ बधाई दी, बल्कि कहा कि रेवती जैसी बहनें ही देश को बदलने वाली हैं। सागर में कौशल...
सागर : केसली तहसील के जैतपुर (डोमा) गांव की रेवती चौबे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को करीब 7 मिनट तक बात की। उन्होंने रेवती से पूरी जानकारी लेने के बाद उसे न सिर्फ बधाई दी, बल्कि कहा कि रेवती जैसी बहनें ही देश को बदलने वाली हैं। सागर में कौशल विकास की ट्रेनिंग लेने के बाद रेवती इंदौर में एक निजी कंपनी में नौकरी कर रही है।
प्रधानमंत्री देशभर में सफल स्वvide सहायता समूहों और कौशल विकास की ट्रेनिंग लेकर सफल हुई युवतियों और महिलाओं से गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर रहे थे। मध्यप्रदेश की सफल महिलाओं को बड़वानी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में इकट्ठा किया गया था। रेवती चौबे को भी इंदौर से बड़वानी बुलाया गया और पीएम से सीधी बात कराई गई।
बहनों की पढ़ाई में कर रही सहायता
रेवती ने बताया कि हर माह मिलने वाले वेतन से वह अपना खर्च चला रही है और बहनों की पढ़ाई में भी सहायता कर रही है। साथ ही परिवार को भी मदद देती है। उसे देखकर गांव की कई लड़कियां बाहर निकली हैं।
पीएम बोले-तो सरकार को कुछ नहीं करना पड़ेगा
रेवती की पूरी बात सुनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और सरकार को कोई काम नहीं करना पड़ेगा अगर लोगों को पता चले कि हमारे देश में रेवती जैसी बेटियां हैं, जो अपनी मां और बहनों की इतनी चिंता कर सकती हैं। खुद अपना प्रदेश छोड़कर गुजरात जाकर काम कर सकती हैं। रेवती जैसी बहनें ही देश को बदलने वाली हैं। कौशल विकास के प्रशिक्षण से क्या बदलाव आता है, रेवती उसका उदाहरण है।