Edited By kirti, Updated: 27 Mar, 2021 12:52 PM
इंदौर जिले के बाणगंगा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। जहां उन्होंने दोहरे हत्याकांड मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 24 मार्च रात बाणगंगा थाना क्षेत्र के करोल बाग की है। जहां कालिंदी गोल्ड कॉलोनी के मेन रोड पर 2 युवकों की रक्तरंजित...
इंदौर(सचिन बहरानी : इंदौर जिले के बाणगंगा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। जहां उन्होंने दोहरे हत्याकांड मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 24 मार्च रात बाणगंगा थाना क्षेत्र के करोल बाग की है। जहां कालिंदी गोल्ड कॉलोनी के मेन रोड पर 2 युवकों की रक्तरंजित लाश पड़ी थी। जिनकी पहचान अर्पित खटे निवासी लवकुश विहार और गौरव मिश्रा निवासी गौरी नगर के रूप में हुई। बता दें कि आरोपियों ने गौरव मिश्रा व चाकुओं से 10 से 15 वार किए थे। वहीं जब अर्पित ने जान बचाकर भागने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसका पीछा किया और चाकू से उसे भी मार दिया। जिनपर कई आपराधिक मामले दर्ज है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक को इंदौर जबकि तीन आरोपियों को उज्जैन से गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी का कहना है कि यदि वह अर्पित को नहीं मारता तो वह उसकी कभी भी हत्या कर सकता था। पुराने विवाद के बाद वह समझौता भी नहीं कर रहा था। इसलिए उसकी हत्या करनी पड़ी। घटना वाली रात तो गौरव उसके साथ आ गया इसलिए उसे मारना पड़ा, वरना प्लानिंग सिर्फ अर्पित की हत्या की थी। दरअसल पुलिस ने जांच शुरू की तो पाया कि मृतक पर कई अपराध दर्ज हैं और उसके कई दुश्मन हैं। पड़ताल के दौरान पुलिस को मंगेश अकोलकर के बारे में सूचना मिली। वह उज्जैन जाने की फिराक में सांवेर रोड पहुंचा था, जहां से वह पकड़ा गया। उसने पुलिस को बताया कि उसके अन्य साथी विष्णु भदौरिया, सूरज सिंह उर्फ भूरा और राहुल उर्फ मोगली ने उसे नानाखेड़ा उज्जैन बुलाया है। इस पर एक टीम ने घेराबंदी कर नानाखेड़ा बस स्टैंड स्थित एक रेस्टोरेट से तीनों को गिरफ्तार किया।
यह है पूरा मामला
बता दें कि एक महीना पहले अर्पित से आरोपियों का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। जिसकी इसकी शिकायत अर्पित ने थाने में की तो उन्हें जेल हो गई। इस मामले में 24 मार्च को आरोपियों ने समझौता करने के लिए बुलाया था। लेकिन अर्पित ने इनकार कर दिया तो बदमाशों ने चाकुओं से गोद दिया।