Edited By shahil sharma, Updated: 22 Mar, 2021 05:10 PM
कृषि महाविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों का आंदोलन 34वें दिन भी जारी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) गड़बड़ी को उजागर करने की मांग को लेकर ये छात्र लंबे अरसे से आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान उन्हें सिर्फ सरकार की ओर से जांच का...
ग्वालियर (अंकुर जैन): कृषि महाविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों का आंदोलन 34वें दिन भी जारी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) गड़बड़ी को उजागर करने की मांग को लेकर ये छात्र लंबे अरसे से आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान उन्हें सिर्फ सरकार की ओर से जांच का भरोसा मिला है, लेकिन छात्र इसकी न्यायिक जांच समय सीमा के भीतर चाहते हैं, जिसके तहत सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए छात्रों ने महाविद्यालय के गेट पर सब्जी का ठेला लगाकर सरकार को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।
गौरतलब है कि कृषि महाविद्यालय के छात्र पिछले एक महीना से ज्यादा समय से हड़ताल पर हैं। व्यापम के तहत 11 और 12 फरवरी को हुई वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और कृषि ग्रामीण विस्तार अधिकारी की परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप इन छात्रों ने लगाया है।
छात्रों का कहना है कि कुछ छात्रों को पैसे के दम पर प्रश्न पत्र लीक करवाया गया है, जो लोग पढ़ने लिखने में सामान्य छात्र थे। वह इस प्रतियोगी परीक्षा में टॉप रेंक में आए हैं। वहीं, पढ़ने लिखने वाले छात्र 200 में से 150 अंक ही पा सके हैं।
कथित रूप से टॉपर छात्र 185 से 195 नंबर तक लाने में सफल हुए इसलिए उन्होंने ग्वालियर चंबल संभाग के करीब 20 छात्रों की संदेहास्पद स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार से जांच की मांग की है।सरकार ने ज्ञापन के जरिए हुई इन परीक्षाओं की जांच कराने का भरोसा दिया है, लेकिन इसके लिए समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है।