Edited By Jagdev Singh, Updated: 01 Nov, 2019 02:47 PM
भारत में संदेश के आदान-प्रदान करने के लिए पोस्टकार्ड सबसे सस्ती डाक सेवा है। वहीं प्रदेश भर में सप्लाई रुकने के कारण डाकघरों में पोस्टकार्ड का स्टॉक खत्म हो गया है। नीमच जिला मुख्यालय दशहरा मैदान के पास स्थित मुख्य डाकघर में तीन महीने से पोस्टकार्ड...
इंदौर/नीमच: भारत में संदेश के आदान-प्रदान करने के लिए पोस्टकार्ड सबसे सस्ती डाक सेवा है। वहीं प्रदेश भर में सप्लाई रुकने के कारण डाकघरों में पोस्टकार्ड का स्टॉक खत्म हो गया है। नीमच जिला मुख्यालय दशहरा मैदान के पास स्थित मुख्य डाकघर में तीन महीने से पोस्टकार्ड नहीं है। मांग भेजने के बाद भी अभी तक सप्लाई नहीं हुई।
यहीं से जिलेभर के पोस्ट ऑफिसों में पोस्टकार्ड भेजे जाते हैं। लोग डाकघर में पोस्टकार्ड लेने पहुंचते हैं, तो स्टाफ उन्हें स्टाक न होने की बात कहकर मना कर देता है। जिले के विभिन्न पोस्ट ऑफिसों ने पिछले साल 3 हजार पोस्टकार्ड की बिक्री अपने काउंटर्स से की थी। मप्र के अन्य जिलों में भी यही स्थिति है।
लोगों की दिलचस्पी देखकर पता चलता है कि कोरियर, ई-मेल, वॉट्सएप सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं के बावजूद आज भी पोस्टकार्ड की डिमांड है। जब किसी संस्था या व्यक्ति को ज्यादा संख्या में लोगों को कोई संदेश भेजना होता है तो वह पोस्टकार्ड का इस्तेमाल करता है। इसमें न तो कोई टिकट लगता है और न ही किसी प्रकार का अन्य शुल्क लिया जाता है।
वहीं एमएल सकवाडिया, पोस्ट मास्टर, मुख्य डाकघर, नीमच ने कहा कि तीन महीने से पोस्टकार्ड का स्टाक खत्म हो गया है। तीन बार डिमांड भेज दी है। पोस्टकार्ड की सप्लाई भोपाल से की जाती है, लेकिन काफी समय से सप्लाई न होने से दिक्कत आ रही है। स्टॉक कब आएगा इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते।