Edited By Jagdev Singh, Updated: 17 Mar, 2020 12:28 PM
मध्यप्रदेश की राजनीति में मंगलवार को एक नया मोड़ सामने आया जब सिंधिया समर्थक विधायकों ने बेंगलुरू में मीडिया से बात की। मीडिया से बात करते हुए सभी विधायकों ने कहा कि हम कमलनाथ सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। इसलिए हमने कांग्रेस को छोड़ दिया है।...
बेंगलुरू/भोपाल: मध्यप्रदेश की राजनीति में मंगलवार को एक नया मोड़ सामने आया जब सिंधिया समर्थक विधायकों ने बेंगलुरू में मीडिया से बात की। मीडिया से बात करते हुए सभी विधायकों ने कहा कि हम कमलनाथ सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। इसलिए हमने कांग्रेस को छोड़ दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ खड़े हैं और हमें किसी तरह से कोई बंधक नहीं बनाया है। हमें बंधक बनाने को लेकर कांग्रेस अफवाह उठा रही है।
वहीं इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने पर सभी बागी विधायकों ने कहा कि हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं। हम बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं इसका फैसला हम सब मिलकर करेंगे। इमरती देवी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता हैं और हमे उनके कहने पर कुंए पर कूद जाएंगे।
इसके साथ ही गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेश में जितने भी काम हुए हैं वो केवल छिंदवाड़ा में हुए हैं। कमलनाथ जी के पास इतना भी वक्त नहीं की वो हमारी बात सुन सकें। सरकार के पास हमारे पास समय नहीं है। वहीं बिसाहूलाल सिंह ने कहा सीनियर विधायकों के लिए सरकार के पास समय नहीं। 51 हजार की राशि बच्चियों को नहीं मिली। मंत्रिमंडल की लिस्ट में मेरा नाम था, लेकिन मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। मैं सीएम के व्यवहार से काफी दुखी हूं। हम सभी उपचुनाव के लिए तैयार हैं।